अलवर. विमंदित बालिका प्रकरण को लेकर राजनीति एक बार फिर चरम पर पहुंचती नजर आ रही है. अलवर में जिस पुलिया पर बालिका के साथ घटनाक्रम घटा था, उसकी सफाई करने बाद भाजपा भड़क गई है. कथित तौर पर सबूत मिटाने के मामले को लेकर बीजेपी की राष्ट्रीय मंत्री डॉ. अलका गुर्जर ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अपराधी को बचाने के लिए सबूत मिटाए जा रहे हैं.
राष्ट्रीय मंत्री डॉ. अलका गुर्जर ने कहा कि स्वच्छता अभियान के नाम पर घटनास्थल पर झाड़ू लगाकर सबूत मिटाने का प्रयास हो रहा है (Alka Gurjar targets Gehlot on Alwar Case). उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के दबाव और आम जनता के आक्रोश के बीच राजस्थान सरकार को मजबूरन घटना की जांच सीबीआई को सौंपने की अनुशंषा करनी पड़ी (CBI probe in Alwar Case) लेकिन शुरू से इस प्रकरण में लीपापोती का प्रयास हो रहा है. राजस्थान सरकार की एक और नापाक हरकत सामने आई है. सीबीआई जांच शुरू होने से पहले ही घटना स्थल पर सफाई करवा कर सबूत मिटा कर सरकार क्या किसी दोषी विशेष को बचाने का प्रयास कर रही है? (Alwar case incident scene cleaned).
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सरकार की मंशा शुरू से साफ नहीं
डॉ. गुर्जर ने कहा कि सरकार के इस कुत्सित प्रयास की हर समझदार व्यक्ति निंदा ही करेगा. मुख्यमंत्री स्पष्ट तो करें कि उनकी मंशा क्या है ? भाजपा सत्य की इस लड़ाई में जनता के साथ राजस्थान सरकार के खिलाफ आर पार की लड़ाई के लिए तैयार है. इस मामले में सरकार की मंशा शुरू से ही साफ नहीं थी. पहले जिला कलेक्टर का जिस तरह का बयान गैर जिम्मेदाराना रहा वह दुर्भाग्यपूर्ण था. उसके बाद डॉक्टर अलग-अलग बयान दे रहे हैं.
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एसपी अपना बयान बार-बार बदल रही है. इससे यह साफ समझ में आता है कि सरकार किसी ना किसी दबाव में आरोपी को बचाने का प्रयास कर रही है लेकिन भाजपा राजस्थान की बेटियों के साथ अन्याय नहीं होने देगी. अलवर की बेटी को न्याय दिलाने के लिए अंतिम क्षण तक पीड़ित परिवार के साथ रहेंगे.
यह था मामला
अलवर में जिस जगह पर विमंदित नाबालिग बच्ची के साथ घटना हुई है. उस जगह पर शुक्रवार को स्थानीय प्रशासन की ओर से सफाई की गई. इसके बाद बीजेपी सरकार पर हमलावर है कि जब जांच सीबीआई को सौंप दी गई है तो फिर जांच एजेंसी आने तक सबूतों के साथ छेड़खानी क्यों कि जा रही है.