जयपुर. राजस्थान विधानसभा के शून्यकाल में चौमूं से भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने जहां सामोद में पर्यटक विकास में बाधा बन रहे वन विभाग का मुद्दा उठाया, तो वहीं सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी ने शहर में अवैध रूप से संचालित मांस, मछलियों की दुकान से होने वाली परेशानी का मामला उठाया.
सदन में विधायक रामलाल शर्मा ने स्थगन के जरिए चौमूं के सामोद में साल 2015 में पर्यटक विकास के लिए यहां 7.1 किलोमीटर की सड़क बनाने का मसला उठाया. रामलाल शर्मा ने कहा कि इसके लिए जेडीए ने 36 करोड़ साल 2015 में स्वीकृत कर दिए, जिसमें से एक करोड़ रुपए वन विभाग को दे दिए गए, क्योंकि जिस जमीन पर सड़क बन रही थी वो वन विभाग के क्षेत्राधिकार की थी.
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रामलाल शर्मा ने कहा कि वन विभाग की जमीन जो कि साढ़े 9 हेक्टेयर की थी उसके डायवर्जन के लिए कलेक्टर ने भी संबंधित सभी काम कर दिए, बावजूद इसके अब तक वन विभाग की ओर से एनओसी नहीं मिल पाई, जिसके चलते जेडीए इस सड़क के निर्माण काम को शुरू नहीं कर पा रहा है. शर्मा ने सदन में मौजूद नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ये सरकार सांभर पक्षी त्रासदी का पाप ले चुकी है, अब कम से कम चौमूं सामोद मंदिर और इस क्षेत्र के लिए वन विभाग से एनओसी दिलवाकर थोड़ा पुण्य भी कमा ले.
लाहोटी ने उठाया अवैध मांस मछली की दुकानों का मामला
विधानसभा शून्य काल में नियम 295 के तहत सांगानेर से भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित मांस मछली की दुकानों से हो रही परेशानी का मसला उठाया. डॉ. अशोक लाहोटी ने कहा कि सांगानेर विधानसभा क्षेत्र के मालपुरा गेट, डिग्गी रोड, सुभाष कॉलोनी शिकारपुरा रोड, प्रताप नगर के सेक्टर 35 रामपुरा रोड और त्रिवेणी नगर पुलिया के नीचे अवैध रूप से ढेर सारी मांस मछली की दुकानें हैं, जहां अवैध रूप से जानवरों को काटा भी जाता है. लाहोटी ने यह भी कहा कि स्थानीय लोगों ने कई बार नगर निगम में शिकायत की, लेकिन इनके ऊपर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई जिससे इन अवैध मांस मछली की दुकान संचालकों के हौसले बुलंद हैं. वहीं, यहां रहने वाले आम लोगों का जीवन दूभर हो चुका है. ऐसे में नगरीय विकास मंत्री इस ओर ध्यान देते हुए इन अवैध रूप से संचालित दुकानों को बंद करवाएं.