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जनता राशन की दुकानों पर लाइन में खड़ी है और सरकार विधायकों की आवभगत में लगी है: लाहोटी

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Published : Jun 12, 2020, 9:52 PM IST

इन दिनों प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां अपनी चरम सीमा पर है. कोरोना जैसी महामारी में भी राजनैतिक दलों के नेता एक दूसरे पर तंज कसने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. इसी कड़ी में जयपुर के सांगनोर से बीजेपी विधायक अशोक लाहोटी भी इससे अछूते नहीं रहे. हर बार की तरह इस बार भी उन्होंने प्रदेश सरकार पर तीखा हमला किया. मुद्दा था मजदूरों को 10 किलो गेहूं और 2 किलो चना वितरण करने की योजना का.

MLA Ashok Lahoti, Jaipur News, Rajasthan Political News
सरकार विधायकों की आवभगत में लगी है- लाहोटी

जयपुर. सांगानेर से बीजेपी विधायक अशोक लाहोटी ने एक बार फिर अपने बयानों से कांग्रेस को घेरा है. विधायक लाहोटी ने कहा कि कोरोना के चलते आर्थिक तंगी झेल रहे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के दायरे में नहीं आने वाले करीब 65 लाख से अधिक विशेष श्रेणी के जरूरतमंद लोगों और मजदूरों को 10 किलो गेहूं और 2 किलो चना वितरण करने की योजना पहले ही दिन अव्यवस्था की भेंट चढ़ गई.

सरकार विधायकों की आवभगत में लगी है- लाहोटी

लाहोटी ने आरोप लगाया कि सरकार पांच सितारा होटल मैं विधायकों की आवभगत में लगी है. जबकि भूखी प्यासी जनता गर्मी के इस मौसम में राशन की दुकानों पर लाइन पर खड़ी है. बावजूद इसके कई राशन की दुकानों पर आज भी राशन पहुंचा ही नहीं. जिसके चलते उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा. लाहोती ने एक बयान जारी कर कहा कि पहले तो मुख्यमंत्री ने जल्दबाजी में घोषणा की और जब घोषणा के तहत पहले दिन लोग राशन की दुकान पर राशन लेने पहुंचे तो कुछ दुकानें बंद मिली. कुछ में लंबी चौड़ी कतारें नजर आई, लेकिन यहां पर भी सामान या पहुंचा नहीं. ऐसे में इस गरीब जनता की ओर अब कौन ध्यान देगा. क्योंकि प्रदेश सरकार तो होटल में विधायकों की आवभगत में व्यस्त हैं.

लाहोटी ने ये भी कहा कि कोविड-19 के समय पहले राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने जरूरतमंद लोगों को राशन वितरण करने के बजाय रामगंज में विशेष लोगों की मेजबानी करने में व्यस्त रही. अब जब केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के दायरे में नहीं आने वाले जरूरतमंद लोगों और मजदूरों को गेहूं और अन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध करा दी गई है, तब ऐसे में राज्य सरकार इसकी समुचित व्यवस्था करने के बजाय होटलों में आराम फरमा रही है.

पढ़ेंः 7 करोड़ जनता का प्रतिनिधित्व करने वाली सरकार 5 स्टार होटल में कैद : राजेंद्र राठौड़

लाहोटी के अनुसार जरूरतमंद लोगों को उनके रजिस्टर्ड मोबाइल फोन पर सरकार द्वारा एसएमएस के माध्यम से 12 जून से राशन की दुकानों पर 2 महीने का राशन जिसमें 10 किलो गेहूं और 2 किलो चना प्रति सदस्य प्राप्त करने हेतु निर्देशित किया गया था. आज मुख्यमंत्री जी के स्वयं के हवाले से समाचार पत्रों में भी बयान जारी कर जरूरतमंद लोगों को 12 जून से राशन वितरित किए जाने की खबर प्रकाशित करवाई गई. इसके विपरीत जरूरतमंदों प्रवासी मजदूर शुक्रवार सुबह से ही राशन की दुकानों में कतार में खड़े हुए राशन का इंतजार करते रहे. उन्हें 10 किलो गेहूं और 2 किलो चने की दाल तक नहीं मिली. लाहोटी ने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र सांगानेर में तो कई राशन की दुकानों के बाहर राशन उपलब्ध नहीं होने की सूचना भी चस्पा कर दी गई.

पढ़ेंः पैसे के हस्तांतरण में संलिप्त लोगों को जेल के सलाखों के पीछे जाना ही पड़ेगाः रणदीप सुरजेवाला

विधायक अशोक लाहोटी ने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए मांग की है कि जब केंद्र सरकार द्वारा गेहूं और अन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध करवा दी गई है तो जरूरतमंद लोग प्रवासी मजदूरों को यह राशन उपलब्ध कराने की व्यवस्था तुरंत करना चाहिए. लाहोटी ने चेतावनी दी कि अगले 2 दिन में राशन वितरण शुरू नहीं हुआ तो मजबूरन उन्हें जनता के साथ सड़क पर उतरना पड़ेगा.

जयपुर. सांगानेर से बीजेपी विधायक अशोक लाहोटी ने एक बार फिर अपने बयानों से कांग्रेस को घेरा है. विधायक लाहोटी ने कहा कि कोरोना के चलते आर्थिक तंगी झेल रहे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के दायरे में नहीं आने वाले करीब 65 लाख से अधिक विशेष श्रेणी के जरूरतमंद लोगों और मजदूरों को 10 किलो गेहूं और 2 किलो चना वितरण करने की योजना पहले ही दिन अव्यवस्था की भेंट चढ़ गई.

सरकार विधायकों की आवभगत में लगी है- लाहोटी

लाहोटी ने आरोप लगाया कि सरकार पांच सितारा होटल मैं विधायकों की आवभगत में लगी है. जबकि भूखी प्यासी जनता गर्मी के इस मौसम में राशन की दुकानों पर लाइन पर खड़ी है. बावजूद इसके कई राशन की दुकानों पर आज भी राशन पहुंचा ही नहीं. जिसके चलते उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा. लाहोती ने एक बयान जारी कर कहा कि पहले तो मुख्यमंत्री ने जल्दबाजी में घोषणा की और जब घोषणा के तहत पहले दिन लोग राशन की दुकान पर राशन लेने पहुंचे तो कुछ दुकानें बंद मिली. कुछ में लंबी चौड़ी कतारें नजर आई, लेकिन यहां पर भी सामान या पहुंचा नहीं. ऐसे में इस गरीब जनता की ओर अब कौन ध्यान देगा. क्योंकि प्रदेश सरकार तो होटल में विधायकों की आवभगत में व्यस्त हैं.

लाहोटी ने ये भी कहा कि कोविड-19 के समय पहले राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने जरूरतमंद लोगों को राशन वितरण करने के बजाय रामगंज में विशेष लोगों की मेजबानी करने में व्यस्त रही. अब जब केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के दायरे में नहीं आने वाले जरूरतमंद लोगों और मजदूरों को गेहूं और अन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध करा दी गई है, तब ऐसे में राज्य सरकार इसकी समुचित व्यवस्था करने के बजाय होटलों में आराम फरमा रही है.

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लाहोटी के अनुसार जरूरतमंद लोगों को उनके रजिस्टर्ड मोबाइल फोन पर सरकार द्वारा एसएमएस के माध्यम से 12 जून से राशन की दुकानों पर 2 महीने का राशन जिसमें 10 किलो गेहूं और 2 किलो चना प्रति सदस्य प्राप्त करने हेतु निर्देशित किया गया था. आज मुख्यमंत्री जी के स्वयं के हवाले से समाचार पत्रों में भी बयान जारी कर जरूरतमंद लोगों को 12 जून से राशन वितरित किए जाने की खबर प्रकाशित करवाई गई. इसके विपरीत जरूरतमंदों प्रवासी मजदूर शुक्रवार सुबह से ही राशन की दुकानों में कतार में खड़े हुए राशन का इंतजार करते रहे. उन्हें 10 किलो गेहूं और 2 किलो चने की दाल तक नहीं मिली. लाहोटी ने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र सांगानेर में तो कई राशन की दुकानों के बाहर राशन उपलब्ध नहीं होने की सूचना भी चस्पा कर दी गई.

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विधायक अशोक लाहोटी ने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए मांग की है कि जब केंद्र सरकार द्वारा गेहूं और अन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध करवा दी गई है तो जरूरतमंद लोग प्रवासी मजदूरों को यह राशन उपलब्ध कराने की व्यवस्था तुरंत करना चाहिए. लाहोटी ने चेतावनी दी कि अगले 2 दिन में राशन वितरण शुरू नहीं हुआ तो मजबूरन उन्हें जनता के साथ सड़क पर उतरना पड़ेगा.

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