जयपुर. भाजपा विधायक दल की बैठक में रीट पर सीबीआई जांच की मांग को दोहराया गया साथ ही विधायकों के निलंबन पर भी सरकार को घेरने की स्ट्रैटजी बनाई गई. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की अध्यक्षता में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक को कटारिया के साथ ही राजेंद्र राठौड़ और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने भी संबोधित किया.
कटारिया (Gulab Chand Kataria on Reet Paper Leak case) ने इस मामले में सीधे सीएम और प्रदेश सरकार के मंत्रियों पर हमला बोला है. कहा है कि फरवरी में राजीव गांधी स्टडी सर्किल में जिन लोगों को कोऑर्डिनेटर के रूप में नियुक्ति दी गई उनकी फोटो मुख्यमंत्री और मंत्रियों के साथ मीडिया में प्रकाशित हुई. ऐसे में जांच तो सीएम और मंत्रियों की भी होनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा- परीक्षा अनियमितता के मामले में एसओजी ने उन्हें गिरफ्तार किया है तो फिर इन्हें नियुक्ति देने वाले मुख्यमंत्री या मंत्री कैसे बच सकते हैं?
कटारिया ने कहा कि इस मामले की एसओजी की जांच की अपनी मर्यादा है लेकिन जांच सही तरीके से केवल सीबीआई के जरिए ही हो सकती है जिसको लेकर सड़क से लेकर सदन तक में पुरजोर तरीके से मांग उठाई जाएगी.
15 फरवरी तक जारी रहेगा हंगामा: बताया जा रहा है कि भाजपा के विधायक आगामी 15 फरवरी तक इस मामले में अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे क्योंकि 15 फरवरी को सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस का अंतिम दिन है और इसी दिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का रिप्लाई भी आएगा. ऐसे में भाजपा के विधायक चाहेंगे कि रिप्लाई में ही मुख्यमंत्री रीट परीक्षा अनियमितता की सीबीआई जांच को लेकर भाजपा की मांग मानते हुए एलान कर दें.