जयपुर. कृषि कानून के विरोध में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने भाजपा मुख्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया. जिसके बाद भाजयुमो-एनएसयूआई कार्यकर्ताओं में लाठी भाटा जंग हो गई. लाठी भाटा जंग के मामले में भाजपा नेताओं ने पुलिस प्रशासन पर जानबूझकर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को बचाने का आरोप लगाया और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया.
भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया और चेतावनी दी कि यदि भविष्य में कांग्रेस या एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने इस प्रकार का प्रदर्शन किया तो अगली बार उनका और भी अच्छी तरह स्वागत किया जाएगा.
जयपुर शहर भाजपा अध्यक्ष राघव शर्मा ने कहा कि राजनीति में इस प्रकार की चीजें कतई बर्दाश्त नहीं की जा सकती. जब प्रदेश सरकार को इस बंद का समर्थन नहीं मिला तो एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने भाजपा मुख्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन करवाया. किसी भी राजनीतिक दल के कार्यालय के बाहर इस प्रकार का विरोध-प्रदर्शन ठीक नहीं, लेकिन जिस प्रकार की परिपाटी मौजूदा कांग्रेस सरकार ने शुरू की है, उसका गंभीर परिणाम आने वाले दिनों में कांग्रेस को भी भुगतना होगा.
शर्मा ने यह भी कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को कमजोर समझने की भूल ना तो सरकार करें और ना कांग्रेस और जिस तरह युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने दमखम दिखाया है, भविष्य में यदि फिर इस प्रकार की घटना कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने की तो उन्हें सबक सिखाया जाएगा.
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने भी इस पूरे घटनाक्रम को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए. दाधीच ने कहा कि एनएसयूआई के प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर उन्होंने पुलिस को एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए कहा था, लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं किया. जिसका परिणाम भाजपा मुख्यालय के बाहर लाठी भाटा जंग के रूप में सामने आया.