जयपुर. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने पटवारी सहित कई भर्तियों को स्थगित कर दिया है. पटवार, जूनियर इंजीनियर, चिकित्सा अधिकारी, एनटीटी और लाइब्रेरियन सहित अन्य कई भर्ती परीक्षाओं का स्थगित होने पर प्रदेश की सियासत तेज हो गई है. राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि पटवार, जूनियर इंजीनियर, चिकित्सा अधिकारी, एनटीटी और लाइब्रेरियन सहित अन्य कई भर्ती परीक्षाओं का स्थगित होना राज्य सरकार की बड़ी विफलता और प्रशासनिक व्यवस्था के मुंह पर करारा तमाचा है. सरकार दो वर्षों में युवाओं के भविष्य के प्रति जरा भी गंभीर नहीं दिखी है.
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बेरोजगारी भत्ता देने का झूठा सपना दिखाने वाली @ashokgehlot51 सरकार बेरोजगारों से आवेदन शुल्क के नाम पर करोड़ो रुपये भत्ता ले रही है और और फिर परीक्षाएं रद्द कर रही है। सरकारी नौकरी का सपना संजोए बैठे लाखों बेरोजगारों के साथ इससे बड़ा धोखा व खिलवाड़ क्या होगा। @GovindDotasra
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राठौड़ ने कहा कि बेरोजगार युवा पूरे साल इन परीक्षाओं की तैयारी करते हैं लेकिन ऐनवक्त पर सरकार की प्रशासनिक नाकामियों की वजह से परीक्षा स्थगित होना परीक्षार्थियों और बेरोजगारों के साथ खिलवाड़ है. गहलोत सरकार बार-बार बेरोजगारों को नौकरी का सपना दिखाकर तोड़ रही है. राठौड़ ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि दो वर्षों में कई भर्ती परीक्षाओं को स्थगित करना पड़ा. इसके बावजूद सरकार की सरपरस्ती में इन परीक्षाओं को रद्द करने के कारक बने लोगों पर कभी कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद राजस्थान में प्रश्न पत्र माफिया पैदा हो गए और सरकार किसी भी प्रकार की भर्ती करवाने में सफल नहीं हुई.
राठौड़ ने कहा कि बेरोजगारी भत्ता देने का झूठा सपना दिखाने वाली कांग्रेस सरकार बेरोजगारों से आवेदन शुल्क के नाम पर करोड़ों रुपये भत्ता ले रही है और फिर परीक्षाएं रद्द कर रही है. सरकारी नौकरी का सपना संजोए बैठे लाखों बेरोजगारों के साथ इससे बड़ा धोखा और खिलवाड़ क्या होगा.
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वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि स्पष्ट करें. जेईएन की 6 दिसंबर को आयोजित परीक्षा पेपर लीक होने से रद्द और पटवारी भर्ती परीक्षा प्रशासनिक कारणों से स्थगित हुई. आखिर आप रोजगार की तलाश में परिश्रम कर रहे अभ्यर्थियों से चाहते क्या हैं. बता दें कि