जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान चल रहे लॉकडाउन से बिगड़े आर्थिक हालातों के बीच अब राजस्थान में भी कर्नाटक सरकार का मॉडल लागू करने की मांग उठी है. भाजपा के पूर्व विधायक और महापौर रहे मोहनलाल गुप्ता ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से ये मांग की है. मोहनलाल गुप्ता के अनुसार कर्नाटक सरकार ने लॉकडाउन से प्रभावित लोगों के लिए बड़ा राहत पैकेज घोषित किया है जिसमें किसानों, एमएसएमई, बड़े उद्योगों, बुनकर, निर्माण श्रमिकों, फूलों के बागवानों, धोबी, नाई और ऑटो टैक्सी चालकों को फायदा मिल रहा है.
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गुप्ता के अनुसार कर्नाटक में बागवानों को 25 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर मुआवजा मिलेगा. वहीं धोबी, नई, ऑटो टैक्सी चालकों को 5 हजार रुपए की सहायता मिलेगी. एमएसएमई का 2 माह का तय बिजली का बिल भी माफ किया जा रहा है. वहीं बड़े उद्योगों को इस बिल का जुर्माना और ब्याज नहीं देना होगा. मोहनलाल गुप्ता के अनुसार मौजूदा परिस्थितियों में राजस्थान में ये वर्ग काफी परेशान है क्योंकि आर्थिक रूप से इनकी कमर टूट चुकी है और रोजाना कमा कर अपने परिवार का पेट पालने वाले इन लोगों की तरफ सरकार को ध्यान देना होगा.
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उन्होंने कहा कि वर्तमान में हम नाई और धोबी की बात करें तो लगभग 99% लोग ऐसे हैं, जो किराए के दुकानों में अपना काम करते हैं और इनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो चुकी है. ऐसे में प्रदेश सरकार इनकी बनी हुई संस्थाओं से संपर्क कर तुरंत प्रभाव से कर्नाटक सरकार के राहत मॉडल के अनुरूप इन्हें भी राहत दे.