जयपुर. जयपुर नगर निगम ग्रेटर कार्यवाहक महापौर शील धाभाई को लेकर भाजपा पार्षदों के एक खेमे में उपजे असंतोष के बाद पार्टी से जुड़े पदाधिकारी और वरिष्ठ नेता डैमेज कंट्रोल में जुट गए हैं. नगर निगम ग्रेटर महापौर मामले में पूर्व में बनाए गए समन्वयक और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने भाजपा पार्षदों के असंतोष की जिम्मेदारी कार्यवाहक महापौर शील धाभाई के बजाय प्रदेश सरकार पर डाली है.
इस मामले में ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि भाजपा के पार्षद किसी व्यक्ति के साथ नहीं, बल्कि पार्टी के साथ हैं और पार्टी जो निर्णय करती है सभी पार्षद उसके साथ खड़े रहते हैं. चतुर्वेदी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि महापौर पद पर सौम्या गुर्जर को लेकर यदि सरकार का निर्णय सकारात्मक आता है तो वह महापौर पद पर बनी रहेंगी और यदि उनके खिलाफ निर्णय आता है तो फिर वापस महापौर पद के चुनाव होंगे और उसमें भाजपा जिसे भी अपना प्रत्याशी खड़ा करेगी भाजपा के सभी पार्षद एकजुटता के साथ उसका समर्थन करेंगे.
सरकार ने नगरीय विकास के कार्यों को रोक रखा है: चतुर्वेदी
अरुण चतुर्वेदी के अनुसार जयपुर नगर निगम ग्रेटर में पार्षदों में असंतोष किसी और बात को लेकर नहीं है बल्कि कामकाज नहीं होने को लेकर है. उसके लिए कार्यवाहक महापौर शील धाभाई नहीं बल्कि सरकार की कार्यशैली जिम्मेदार है. चतुर्वेदी ने कहा कि सरकार ने अब तक के कार्यकाल में सभी नगरीय निकायों में विकास रोक रखा है. लगातार कोई न कोई चुनाव करवाकर कांग्रेस सरकार केवल अपनी सत्ता को बचाए रखने में जुटी है जबकि विकास के नाम पर इन नगर निकायों के पास न तो फंड है और न सरकार उन्हें मदद दे रही है.
चतुर्वेदी ने कहा कि राजस्थान में 2 साल बाद वित्त आयोग का गठन हुआ लेकिन आयोग ने भी अब तक नगरीय निकायों को मिलने वाली राशि को रिलीज करने से जुड़ा कोई आदेश नहीं दिया. ऐसे में काम नहीं होने से पार्षद और जनप्रतिनिधि नाराज है.
कार्यवाहक महापौर मौजूदा संसाधनों का उपयोग कर रहीं विकास
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अरुण चतुर्वेदी से जब पूछा गया कि मौजूदा कार्यवाहक महापौर के अब तक के कामकाज से क्या वे संतुष्ट हैं तो उन्होंने कहा कि वह पार्षद महापौर, उपमहापौर किसी के कामकाज पर तोहमत नहीं लगा सकते. उसका बड़ा कारण सरकार की ओर से सीईओ के जरिए नगर निकायों के कामकाज में बाधा डालना है. चतुर्वेदी ने कहा कि आज प्रदेश सरकार इन अधिकारियों के जरिए नगरीय निकायों के कामकाज में राजनीतिक बाधा उत्पन्न कर रही है. हालांकि चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि मौजूदा संसाधनों के जरिए भाजपा के तमाम कार्यकर्ता निष्ठा के साथ काम कर रहे हैं.