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करौली के लिए बीजेपी जांच दल रवाना, राठौड़ बोले यहां है 'GPC' इसलिए अपराधी मस्त

करौली हिंसा (Violence In Karauli ) की जांच करने के लिए भाजपा की 8 सदस्यीय कमेटी रवाना हो गई है. इससे पहले ईटीवी से बात करते हुए पार्टी के बड़े नेताओं ने माना कि प्रदेश में बढ़ते अपराध को लेकर गहलोत सरकार की नीति बेहद लचर है. भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने तंज किया कि राजस्थान में इंडियन पीनल कोड नहीं बल्कि GPC (गहलोत पीनल कोड) लागू है जिसके चलते अपराधी मस्त है.

BJP investigative team leaves for Karauli
करौली हिंसा मामले में बीजेपी जांच दल रवाना
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Published : Apr 5, 2022, 1:19 PM IST

जयपुर. नव संवत्सर पर करौली में हुई हिंसा (Violence In Karauli ) के मामले में भाजपा की ओर से गठित जांच दल के सदस्य आज करौली के लिए रवाना (BJP investigative team leaves for Karauli) हुए. उससे पहले प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से रूबरू हुए कमेटी सदस्यों ने करौली हिंसा की घटना को सुनियोजित षडयंत्र करार दिया. प्रदेश में बढ़ते अपराध को लेकर भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने ये तक कह दिया कि राजस्थान में इंडियन पीनल कोड नहीं बल्कि गहलोत पीनल कोड लागू है जिसके चलते अपराधी मस्त है.

घटना सुनियोजित षड्यंत्र: पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में जिस तरह लगातार अपराध बढ़ रहे हैं उसके बाद ये तय है कि राजस्थान में इंडियन पीनल कोड नहीं बल्कि गहलोत पीनल कोड लागू हैं और अपराधी मस्त है. राठौड़ ने कहा कांग्रेस के विधायक सरकारी कर्मचारियों के साथ मारपीट कर हड्डियां तोड़ते हैं और उनकी गिरफ्तारी नहीं होती क्योंकि यहां जीपीसी लागू है. करौली में शोभायात्रा और बाइक रैली के दौरान हुई पथराव और हिंसा की घटना को भी राठौड़ ने सुनियोजित षड्यंत्र बताया. उन्होंने कहा जिस प्रकार पीएफआई (Popular Front Of India) के साथ राजस्थान सरकार का गठजोड़ सामने आ रहा है उससे ये साबित हो गया है कि प्रदेश सरकार तुष्टिकरण की राजनीति (Allegation On Gehlot For Doing politics of appeasement) कर रही है. उप नेता प्नतिपक्ष ने कहा कि हिंसा के आधे घंटे बाद तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची न ही द्रोण कमरे से इस क्षेत्र का सर्वे कराया गया. शोभायात्रा और बाइक रैली से पहले यहां बने मकानों पर बड़ी संख्या में पत्थर और तलवार एकत्रित होना इस बात का सबूत है कि यह सब सोची समझी साजिश थी.

करौली हिंसा पर भाजपा ने राज्य सरकार पर किया वार

पढ़ें-हिंदू नव वर्ष पर निकाली जा रही रैली पर पथराव-आगजनी, 42 घायल, कर्फ्यू लगाया गया

दिलावर की CM पर आपत्तिजनक टिप्पणी: भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के खिलाफ आए बयान पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी. गहलोत के नड्डा पर दिए बयान को आधार बनाकर राठौड़ ने कहा कि इस प्रकार के बयान मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देते. मुख्यमंत्री का ये बयान हास्यास्पद भी है और गैर जिम्मेदाराना भी. इस बयान से उन्होंने एक तरह से हमलावरों को क्लीन चिट दे दी है. भाजपा विधायक और प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर ने CM के लिए आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार का बयान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को लेकर दिया है वो गैर जिम्मेदाराना है. बयान ऐसा ही है जैसा एक विमंदित व्यक्ति एक विद्वान व्यक्ति के बारे में चर्चा करे. कुछ ऐसी ही चर्चा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के लिए की है.

क्या कहा था CM ने?: सोमवार (4 अप्रैल 2022) को सीएम ऑफिस में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने जेपी नड्डा (CM Gehlot on JP Nadda Over Karauli Violence) पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग आग लगाने आते हैं. राजस्थान आए और देखिए आग लग गई. ये कांग्रेस मुक्त भारत (Gehlot On Congress Mukt Jibe) की बात कहते हैं लेकिन ये हो नहीं सकता है, हां ये लोग जरूर मुक्त हो जाएंगे.

पढ़ें- नड्डा के दौरे पर बोले सीएम गहलोत, कहा- ये आग लगाने आते हैं...आए और आग लग गई

घटना की हो न्यायिक जांच: भाजपा की जांच कमेटी में शामिल विधायक और प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि इस घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस ने भी विधायक रफीक खान की अध्यक्षता में कमेटी बनाई है जो इस बात का सबूत है कि सत्तारूढ़ कांग्रेस को अपने ही प्रशासन पर यकीन नहीं है. शर्मा ने कहा इस पूरे घटनाक्रम की न्यायिक जांच कराने की मांग उठाई. उनका तर्क था कि इससे सुनियोजित षड्यंत्र का खुलासा हो सकेगा.

अल्पसंख्यक नेता क्यों नहीं?: जब भाजपा नेताओं से बीजेपी की समिति में कोई भी अल्पसंख्यक नेता शामिल न होने पर सवाल पूछा गया तो भाजपा नेताओं ने कहा हम जातिवाद और सांप्रदायिकता पर विश्वास नहीं रखते सभी धर्मों को साथ में लेकर चलते हैं. कमेटी में धर्म विशेष के नाम पर सदस्यों को नहीं रखा गया. कमेटी इस घटना की जांच करके अगले 3 दिन में अपनी रिपोर्ट भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को सौंप देगी. दरअसल, कांग्रेस की जांच कमेटी में एक अल्पसंख्यक विधायक को भी शामिल किया गया है.

क्या हुआ था करौली में: राजस्थान के करौली में हिंदू नववर्ष के अवसर पर निकाली जा रही रैली पर (Stone pelting on Hindu New Year rally) कुछ लोगों ने पथराव किया था. इस हिंसा में 42 लोग घायल हुए थे. माहौल बिगड़ते देख भारी पुलिस बल तैनात किया गया था और एहतियातन कर्फ्यू लगाया गया था. इसी मामले को लेकर पक्ष प्रतिपक्ष की ओर से एक दूसरे पर प्रहार किया जा रहा है. दोनों ओर से इसकी जांच के लिए टीम गठित की गई है.

जयपुर. नव संवत्सर पर करौली में हुई हिंसा (Violence In Karauli ) के मामले में भाजपा की ओर से गठित जांच दल के सदस्य आज करौली के लिए रवाना (BJP investigative team leaves for Karauli) हुए. उससे पहले प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से रूबरू हुए कमेटी सदस्यों ने करौली हिंसा की घटना को सुनियोजित षडयंत्र करार दिया. प्रदेश में बढ़ते अपराध को लेकर भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने ये तक कह दिया कि राजस्थान में इंडियन पीनल कोड नहीं बल्कि गहलोत पीनल कोड लागू है जिसके चलते अपराधी मस्त है.

घटना सुनियोजित षड्यंत्र: पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में जिस तरह लगातार अपराध बढ़ रहे हैं उसके बाद ये तय है कि राजस्थान में इंडियन पीनल कोड नहीं बल्कि गहलोत पीनल कोड लागू हैं और अपराधी मस्त है. राठौड़ ने कहा कांग्रेस के विधायक सरकारी कर्मचारियों के साथ मारपीट कर हड्डियां तोड़ते हैं और उनकी गिरफ्तारी नहीं होती क्योंकि यहां जीपीसी लागू है. करौली में शोभायात्रा और बाइक रैली के दौरान हुई पथराव और हिंसा की घटना को भी राठौड़ ने सुनियोजित षड्यंत्र बताया. उन्होंने कहा जिस प्रकार पीएफआई (Popular Front Of India) के साथ राजस्थान सरकार का गठजोड़ सामने आ रहा है उससे ये साबित हो गया है कि प्रदेश सरकार तुष्टिकरण की राजनीति (Allegation On Gehlot For Doing politics of appeasement) कर रही है. उप नेता प्नतिपक्ष ने कहा कि हिंसा के आधे घंटे बाद तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची न ही द्रोण कमरे से इस क्षेत्र का सर्वे कराया गया. शोभायात्रा और बाइक रैली से पहले यहां बने मकानों पर बड़ी संख्या में पत्थर और तलवार एकत्रित होना इस बात का सबूत है कि यह सब सोची समझी साजिश थी.

करौली हिंसा पर भाजपा ने राज्य सरकार पर किया वार

पढ़ें-हिंदू नव वर्ष पर निकाली जा रही रैली पर पथराव-आगजनी, 42 घायल, कर्फ्यू लगाया गया

दिलावर की CM पर आपत्तिजनक टिप्पणी: भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के खिलाफ आए बयान पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी. गहलोत के नड्डा पर दिए बयान को आधार बनाकर राठौड़ ने कहा कि इस प्रकार के बयान मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देते. मुख्यमंत्री का ये बयान हास्यास्पद भी है और गैर जिम्मेदाराना भी. इस बयान से उन्होंने एक तरह से हमलावरों को क्लीन चिट दे दी है. भाजपा विधायक और प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर ने CM के लिए आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार का बयान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को लेकर दिया है वो गैर जिम्मेदाराना है. बयान ऐसा ही है जैसा एक विमंदित व्यक्ति एक विद्वान व्यक्ति के बारे में चर्चा करे. कुछ ऐसी ही चर्चा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के लिए की है.

क्या कहा था CM ने?: सोमवार (4 अप्रैल 2022) को सीएम ऑफिस में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने जेपी नड्डा (CM Gehlot on JP Nadda Over Karauli Violence) पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग आग लगाने आते हैं. राजस्थान आए और देखिए आग लग गई. ये कांग्रेस मुक्त भारत (Gehlot On Congress Mukt Jibe) की बात कहते हैं लेकिन ये हो नहीं सकता है, हां ये लोग जरूर मुक्त हो जाएंगे.

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घटना की हो न्यायिक जांच: भाजपा की जांच कमेटी में शामिल विधायक और प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि इस घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस ने भी विधायक रफीक खान की अध्यक्षता में कमेटी बनाई है जो इस बात का सबूत है कि सत्तारूढ़ कांग्रेस को अपने ही प्रशासन पर यकीन नहीं है. शर्मा ने कहा इस पूरे घटनाक्रम की न्यायिक जांच कराने की मांग उठाई. उनका तर्क था कि इससे सुनियोजित षड्यंत्र का खुलासा हो सकेगा.

अल्पसंख्यक नेता क्यों नहीं?: जब भाजपा नेताओं से बीजेपी की समिति में कोई भी अल्पसंख्यक नेता शामिल न होने पर सवाल पूछा गया तो भाजपा नेताओं ने कहा हम जातिवाद और सांप्रदायिकता पर विश्वास नहीं रखते सभी धर्मों को साथ में लेकर चलते हैं. कमेटी में धर्म विशेष के नाम पर सदस्यों को नहीं रखा गया. कमेटी इस घटना की जांच करके अगले 3 दिन में अपनी रिपोर्ट भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को सौंप देगी. दरअसल, कांग्रेस की जांच कमेटी में एक अल्पसंख्यक विधायक को भी शामिल किया गया है.

क्या हुआ था करौली में: राजस्थान के करौली में हिंदू नववर्ष के अवसर पर निकाली जा रही रैली पर (Stone pelting on Hindu New Year rally) कुछ लोगों ने पथराव किया था. इस हिंसा में 42 लोग घायल हुए थे. माहौल बिगड़ते देख भारी पुलिस बल तैनात किया गया था और एहतियातन कर्फ्यू लगाया गया था. इसी मामले को लेकर पक्ष प्रतिपक्ष की ओर से एक दूसरे पर प्रहार किया जा रहा है. दोनों ओर से इसकी जांच के लिए टीम गठित की गई है.

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