जयपुर. राजस्थान अधीनस्थ एवं मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड (Rajasthan Subordinate & Ministerial Services Selection Board) की ओर से हुई स्टेनोग्राफर परीक्षा अब विवादों के घेरे में है. इस एग्जाम को लेकर कुछ अभ्यर्थियों ने आरोप लगाए हैं. अब भाजपा ने भी सरकार से परीक्षा में हुई धांधली की जांच की मांग की (BJP demands inquiry in RSMSSB Steno 2022 Bharti) है. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने एक बयान जारी कर परीक्षा में हुई कथित धांधली को लेकर सरकार पर निशाना साधा.
शर्मा ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि सरकार की ओर से जितनी भी भर्तियां की जा रही हैं, चाहे माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की रीट परीक्षा हो, चाहे अधीनस्थ बोर्ड की स्टेनोग्राफर परीक्षा हो या फिर आरएएस की परीक्षा, सब परीक्षाओं पर सवालिया निशान लग रहे हैं. शर्मा ने कहा कि अब मामला सामने आया है कि अधीनस्थ बोर्ड (RSMSSB) की ओर से आयोजित स्टेनोग्राफर परीक्षा में भी एक ही सेंटर से 90 विद्यार्थियों का सिलेक्शन होता है. शर्मा ने कहा कि स्टेनोग्राफर भर्ती में हुई धांधली की एसओजी जांच हो.
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रामलाल शर्मा ने कहा कि संदेह के घेरे में आए इन 90 अभ्यर्थियों की दोबारा परीक्षा होनी चाहिए, जिससे सच्चाई सामने आ जाएगी. अधीनस्थ बोर्ड जांच कराने के लिए तैयार नहीं है. इसलिए हजारों युवाओं के बीच असंतोष इस बात का बढ़ता जा रहा है कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार में पारदर्शिता के साथ एग्जाम हो पाना बहुत मुश्किल है. शर्मा ने कहा कि 26 लाख परीक्षार्थी रीट परीक्षा के लिए न्याय मांगते-मांगते थक गए, लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी.