जयपुर. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लगाए गए लॉकडाउन के अनलॉक होने के साथ ही जयपुर नगर निगम की राजनीति के ताले भी खुल गए. कोरोना संकट के चलते फिलहाल नगर निगम चुनाव पर रोक लगी हुई है. लेकिन बीजेपी के पार्षद इस समय को जाया नहीं करना चाहते. यही वजह है कि मंगलवार को निवर्तमान उपमहापौर मनोज भारद्वाज की अगुवाई में बीजेपी पार्षद नाला सफाई की शिकायत को लेकर निगम मुख्यालय जा पहुंचे.
हालांकि, यहां पार्षदों की मुलाकात निगम कमिश्नर से नहीं हो सकी. ऐसे में एडिशनल कमिश्नर अरुण गर्ग ने ज्ञापन लिया. वहीं, मनोज भारद्वाज ने आरोप लगाया कि शहर के सभी 91 वार्डों में विकास के लिए एक समान पैसा आवंटित किया जाता था. लेकिन इन दिनों सांगानेर से कांग्रेस के हारे हुए जनप्रतिनिधि के कहने पर 5-6 वार्ड में ही विकास कार्य हो रहे हैं.
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एक तरफ सरकार ने विधायकों के राजकोष पर पाबंदी लगा दी है. दूसरी तरफ हारे हुए जनप्रतिनिधी जो अनुशंसा कर रहे हैं, उन्हें प्राथमिकता देकर निगम कमिश्नर नोटशीट पर आदेश जारी कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने प्री मानसून आने पर भी अब तक नालों की सफाई नहीं होने पर नाराजगी जताई. साथ ही कहा कि निगम के अधिकारी बीजेपी नेताओं के फोन ही नहीं उठाते.
इस दौरान बीजेपी के पार्षदों ने कोरोना संक्रमण काल में भी निगम में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर कमिश्नर पर तंज कसा. साथ ही कहा कि जिस निगम के पास कोरोना से लड़ने की जिम्मेदारी है, उसी के मुख्यालय में ना तो आगंतुकों का तापमान मापा जा रहा है और ना ही हाथों को सैनिटाइज करने की कोई व्यवस्था है.