जयपुर. झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव मारवाड़ियों और बिहारियों को लेकर दिए गए एक बयान के बाद चारों तरफ से घिरते दिख रहे हैं. राजस्थान में उनके इस बयान की भाजपा और कांग्रेस दोनों ने कड़े शब्दों में निंदा की है.
कांग्रेस की प्रवक्ता अर्चना शर्मा का कहना है कि जिस व्यक्ति ने भी संविधान की शपथ ली है, उनको यह शोभा नहीं देता है कि संविधान से इतर जाकर बयानबाजी करे. भारत के हर नागरिक को यह अधिकार है कि देश में वह कहीं भी बस सकता है, रोजगार कर सकता है. ऐसे में यह बयान उनकी ओछी सोच को तो दर्शाता ही है. साथ ही वह कहीं न कहीं अपनी कांस्टीट्यूएन्सी को पैंडर करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे बयान विद्वेष और विघटन पैदा करते हैं, जिससे जनप्रतिनिधियों को बचना चाहिए.
वहीं, भाजपा के एसटी मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष जितेंद्र मीणा का कहना है कि यह बड़े शर्म की बात है कि झारखंड के मंत्री ने जो कहा वह निंदनीय है. उन्हें सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगनी चाहिए. उनका यह बयान देश को तोड़ने की बात है. इसलिए मंत्रियों को इस तरह का बयान कभी नहीं देना चाहिए.
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एक तरफ हम श्रेष्ठ भारत, एक भारत की बात करते हैं. संविधान ने हमें यह अधिकार दिया है कि जिसकी वजह से देश का कोई भी नागरिक कहीं भी जा सकता है. कहीं भी रह सकता है. ये लोग चंद वोटों के लिए भाई को भाई से लड़ाना चाहते हैं और अपने निजी स्वार्थों की पूर्ति करने चाहते हैं. जितेंद्र मीणा का कहना है कि वह पुरजोर तरीके से मांग करते हैं कि झारखंड के मंत्री रामेश्वर उरांव को सार्वजनिक रूप से पूरे देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए.