जयपुर. राजस्थान में विधानसभा चुनाव में अभी पौने 3 साल का समय बाकी है. लेकिन, उससे पहले जिस तरह नेताओं के समर्थक सोशल मीडिया पर प्रमुख नेताओं को मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में प्रोजेक्ट करके अलग अलग पेज बना रहे हैं, उससे पार्टी भी चिंतित है. हालंकि, पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने साफ कर दिया है कि टीम का अगला चेहरा कौन होगा. यह सोशल मीडिया नहीं, बल्कि पार्टी का पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करेगा.
जयपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने ये भी कहा कि पिछले सालों में राज्यों में हुए विधानसभा के चुनाव में पार्टी ने मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में किसी को प्रोजेक्ट भी नहीं किया. फिर चाहे असम, हरियाणा, महाराष्ट्र हो या फिर उत्तराखंड. अरुण सिंह ने यह भी संकेत दे दिए यदि राजस्थान में आगे भी इस चीज को लेकर गतिरोध रहा, तो फिर सीएम के रूप में किसी चेहरे को प्रोजेक्ट किए बिना ही विधानसभा चुनाव भी लड़ा जा सकता है.
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पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए भाजपा के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर तो मुख्यमंत्री बनते रहते हैं, लेकिन प्रदेश भाजपा के किसी नेता ने नहीं कहा कि वह यहां मुख्यमंत्री का चेहरा है. अरुण सिंह ने यह भी कहा कि प्रदेश भाजपा और राजनीति में नेताओं के बीच मतभेद हो सकते हैं और यह होना स्वाभाविक भी है. लेकिन, प्रदेश भाजपा के किसी भी नेता के बीच मतभेद नहीं है. उन्होंने दावा किया कि आगामी सभी चारों सीटों पर विधानसभा उप चुनाव जीतेंगे