जयपुर. ग्रेटर नगर निगम में पार्षद प्रशासनिक कार्यशैली से संतुष्ट नहीं हैं. बुधवार को मालवीय नगर जोन के पार्षदों ने जोन कार्यालय पर नोटिस अवधि के दौरान निर्माण तोड़ने को लेकर धरना दिया. वहीं मुरलीपुरा जोन में 10 पार्षद सफाई, सीवर, रोड लाइट जैसी समस्याओं को लेकर धरने पर बैठे. खास बात यह रही कि 10 में से 8 पार्षद बीजेपी के थे जो अपने ही बोर्ड में निगम की कार्यशैली से संतुष्ट नहीं नजर आ रहे.
ग्रेटर निगम के बीजेपी और कांग्रेस के पार्षद बिगड़ी व्यवस्थाओं के खिलाफ (BJP and Congress councilors united) एकजुट हुए. पार्षदों ने बताया कि करीब 2 महीने से नगर निगम की सफाई, सीवर, रोड लाइट और दूसरे जनविकास से संबंधित व्यवस्थाएं करीब-करीब मूर्छित अवस्था में पड़ी हैं. कई महीनों से वार्ड में सीवर लाइन जाम पड़ी है, लोगों के घरों के बाहर सीवर का पानी चैंबर से बाहर निकलकर सड़क पर बहता है.
पेयजल लाइनों में सीवर का पानी आ रहा है. वहीं बीवीजी कंपनी के ठेकेदार समय पर कचरा नहीं उठाते हैं, हूपर भी खराब रहते हैं, दो हफ्ते तक डिपो तक नहीं उठते. इसके अलावा प्रत्येक वार्ड में दो दर्जन स्थानों पर रोड लाइट बंद पड़ी हैं, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी अपनी लाचारी जाहिर करने के अलावा कोई आश्वासन नहीं देते. यही नहींं, 300 वर्गगज़ से छोटे भूखंड मालिकों को भी हाउस टैक्स के नोटिस देकर चौथ वसूली का काम किया जा रहा है. इसे लेकर पार्षदों ने ग्रेटर निगम अतिरिक्त आयुक्त और मुरलीपुरा जोन उपायुक्त संतोष गोयल को ज्ञापन सौंपा है. पार्षदों ने 5 दिन में सभी समस्याओं का निस्तारण नहीं होने पर जनता के साथ नगर निगम के मुख्यालय में धरना देने की चेतावनी दी.
हेरिटेज निगम महापौर ने किया वार्डों का निरीक्षण : हेरिटेज निगम महापौर मुनेश गुर्जर ने बुधवार को सिविल लाइन जोन के वार्ड संख्या 45 की एक दर्जन कॉलोनियों का अधिकारियों के साथ सघन दौरा किया. उन्होंने सफाई, सीवरेज व्यवस्था, नालियों की सफाई और सड़कों के पेच वर्क के साथ पार्कों के रख रखाव की जानकारी ली. महापौर ने कॉलोनियों का दौरा करते हुए कहा कि गंदे पानी की बेहतर निकासी के लिए वार्ड संख्या 43 और 45 की सभी कॉलोनियों को सीवरेज लाइन से जोड़ा जाएगा. इसके लिए जोन के अधीशाषी अभियंता को सीवरेज लाइन डालने के तत्काल प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए.
इससे पहले सफाई कर्मचारियों की अनुपस्थिति और पार्षदों से बिना पूछे ट्रांसफर करने के प्रकरणों को लेकर महापौर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वार्ड पार्षदों के प्रमाणित करने के बाद ही सफाई कर्मचारियों का वेतन भुगतान किया जाए. (Heritage Corporation Mayor inspected the wards) इसी तरह वार्ड पार्षद ही वार्डों में जाने वाले हूपरों की रिर्पोट भी करेंगे, उसी आधार पर भुगतान होगा.