जयपुर. रीट परीक्षा 2021 (REET Paper 2021) ने राज्य सरकार के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है. सीएम अशोक गहलोत लगातार विपक्ष के निशाने पर है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने 12 घंटे के भीतर दूसरी बार सीबीआई जांच (BJP Again Demands CBI Inquiry In Reet Paper Leak Case) करवाने की मांग दोहराई है. उन्होंने सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर नैतिकता और ईमान बचा है तो रीट परीक्षा की जांच सीबीआई (CBI Inquiry) को तुरंत सौंप देनी चाहिए.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने सीएम अशोक गहलोत पर जुबानी हमला बोला है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जिस तरीके से रीट परीक्षा में नकल के संगठित गिरोह ने राजस्थान के बेरोजगार युवाओं के साथ कुठाराघात किया, वो दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक है. यह प्रदेश सरकार की व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है. पूनिया ने कहा कि राजस्थान के लाखों बेरोजगारों ने अपने माता-पिता के सपनों को पूरा करने के अरमान के साथ परीक्षा दी. रीट, जेईएन, सब इंस्पेक्टर इन सभी परीक्षाओं को लेकर सवाल खड़े हुए.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह विरोधाभास है कि उस समय के शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा कहते थे कि पर्चा लीक नहीं हुआ, केवल विपक्ष इसको मुद्दा बना रहा है. लेकिन एसओजी के अनुसंधान ने यह प्रमाणित कर दिया कि पर्चा लीक हुआ है. 35 लोगों की गिरफ्तारी और उसके बाद एसओजी की पूछताछ में यह स्वीकारोक्ति होना कि शिक्षा संकुल के परीक्षा संग्रहण केंद्र से पेपर बाहर आया और काफी लोगों तक गया. अशोक गहलोत को रीट परीक्षा की जांच सीबीआई (CBI Inquiry) को सौंप देनी चाहिए. साथ ही अपराधियों को सजा मिलनी चाहिए.
अलवर बालिका प्रकरण जांच को अब तक मंजूरी नहीं: इससे पहले अलवर में मूक बधिर बालिका के साथ हुई दरिंदगी प्रकरण की सीबीआई जांच के लिए राज्य सरकार ने केंद्र को अपनी सिफारिश भेजी थी. लेकिन अब तक इस प्रकरण को सीबीआई जांच की मंजूरी नहीं मिल पाई है. जबकि अलवर प्रकरण में भी भाजपा नेताओं ने ही सीबीआई जांच की मांग की थी. वही गहलोत सरकार के कार्यकाल में अब तक 4 प्रकरण सीबीआई जांच के लिए भेजे गए, लेकिन इसकी जांच अब तक नहीं हो पाई है.
वहीं, अब रीट परीक्षा अनियमितता प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग भाजपा कर रही है. भाजपा को संदेह है कि एसओजी की जांच में राज्य सरकार इस प्रकरण में लिप्त बड़े लोगों को बचाने का काम कर रही है. ऐसे में सीबीआई की जांच में ही असली गुनहगारों पर कार्रवाई हो पाएगी. आपको बता दे कि इससे पूर्व कमलेश प्रजापत और लवली कंडारा एनकाउंटर मामले सहित सीबीआई को भेजे गए चार प्रकरणों में भी अब तक कोई जांच रिपोर्ट सामने नहीं आ पाई है.