जयपुर. नगर निगम 1952 से 2014 तक का रिकॉर्ड ऑनलाइन किया जाएगा. इस क्रम में चीफ रजिस्ट्रार ने साल 2011 से 2013 तक 3 साल का डाटा ऑनलाइन करने की स्वीकृति दे दी है. ऐसे में अब पहचान पोर्टल से 2011 से अब तक जारी हुए जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र ऑनलाइन लिए जा सकेंगे.
राजधानी के हेरिटेज और ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में रहने वाले लोगों को अब जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र लेने के लिए निगम के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. निगम प्रशासन के पास मौजूद 1952 से लेकर अब तक का सभी डाटा कंप्यूटराइज किया जा चुका है. वहीं, 2014 से अब तक का डाटा ऑनलाइन भी उपलब्ध है. अब आर्थिक एवं सांख्यिकी निदेशालय से मिली मंजूरी पर निगम प्रशासन 2011, 2012 और 2013 का डाटा भी ऑनलाइन करने की तैयारियों में जुट गया है.
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इस संबंध में जन्म-मृत्यु पंजीयन रजिस्ट्रार प्रदीप पारीक ने बताया कि निगम में 2014 से बाद का डाटा डिजिटल है. इससे पहले का डाटा डिजिटल करने के लिए चीफ रजिस्ट्रार की ओर से निर्देश जारी किया गया है. फिलहाल, 3 साल का रिकॉर्ड डिजिटल करने की प्रक्रिया चल रही है. उन्होंने बताया कि 1952 से लेकर अब तक का रिकॉर्ड कंप्यूटराइज्ड है. प्रयास है कि जल्द सारा रिकॉर्ड डिजिटलाइज कर दिया जाए. इससे आम जनता घर बैठे जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र ले सकेंगे.
बता दें कि नगर निगम 1952 से 2014 तक के अस्पतालों से मिले 19.57 लाख व्यक्तियों के जन्म और 5.68 लाख लोगों के मृत्यु के रिकॉर्ड को पहचान पोर्टल पर डिजिटल करेगा. खास बात ये है कि यदि इस रिकॉर्ड में जन्म लेने वाले का या फिर जिस व्यक्ति की मृत्यु हो चुकी है उसका नाम अलग है, तो बदलाव भी किया जा सकेगा.