जयपुर. राजधानी जयपुर में पतंगबाजी से बेजुबान पक्षी घायल हो रहे हैं. मकर सक्रांति के दूसरे दिन करीब 390 पक्षी पतंग की डोर से घायल हुए और करीब 20 पक्षियों की मौत हो गई. घायल बेजुबान पक्षियों के इलाज के लिए शहर में करीब एक दर्जन जगहों पर एनजीओ (birds rescue NGOs in Jaipur) के सहयोग से पक्षी उपचार शिविर लगाए गए हैं. ज्यादातर कबूतर घायल हो रहे हैं. इसके साथ ही चील, टिटहरी, कमेडी, तोता, मोर, कौआ, उल्लू समेत अन्य पक्षी भी घायल हुए हैं.
मकर संक्रांति पर स्वयंसेवी संस्थाओं के कार्यकर्ता बेजुबानों की जिंदगी बचाने में लगे हुए हैं. 13 से 15 जनवरी तक 3 दिन में करीब 850 से अधिक पक्षी घायल हो चुके हैं और करीब 90 पक्षियों की मौत हो चुकी है. घायल पक्षियों को रेस्क्यू करके शिविर में पहुंचाया गया और ट्रीटमेंट शुरू किया गया. 16 जनवरी को रविवार का अवकाश होने के कारण ज्यादा पतंगबाजी होने की संभावना है. कई संस्थाओं के पक्षी उपचार शिविर रविवार को भी जारी रहेंगे.
शनिवार को रक्षा संस्थान के पक्षी उपचार केंद्र पर 72 घायल पक्षी लाए गए. इनमें 68 कबूतर, 1 टिटहरी, 1 उल्लू, 1 मैना, 1 कमेडी शामिल है. इसके अलावा 3 पक्षी मृत अवस्था में लाए गए. नेचर केयर संस्थान के पक्षी उपचार केंद्र पर 32 घायल और 58 पक्षी मृत, अशोक विहार पक्षी उपचार केंद्र पर 34 घायल और 2 मृत पक्षी लाए गए. होप एंड बियोंड संस्था के पक्षी उपचार शिविर पर करीब 93 घायल पक्षी और हेल्प एंड सर्व ऑर्गेनाइजेशन के शिविर में 24 पक्षी घायल लाए गए. सांस्कृतिक संस्था के शिविर में 50 घायल पक्षी लाए गए.
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डिजास्टर असिस्टेंस एंड रेस्क्यू टीम के शिविर में करीब 15, सर्व समाज सेवा समिति के शिविर में 5, इको रेसक्यूअर्स फाउंडेशन के शिविर में 23 घायल और 2 पक्षी मृत पहुंचाए गए. श्री कृष्ण सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के शिविर में 22 घायल और 1 पक्षी मृत अवस्था में लाया गया.
वर्ल्ड ऑर्गेनाइजेशन ऑफ रिलीजन एंड नॉलेज संस्था के शिविर में 3 घायल पक्षी लाए गए. इसके अलावा अन्य संस्थानों के शिविर में भी घायल पक्षी आए हैं. होप एंड बियोंड संस्था और एंजेल आईज संस्था की ओर से हेल्प लाइन नंबर 8239939929 जारी किया गया है. रक्षा संस्थान के रोहित गंगवाल के मुताबिक संस्था की ओर से घायल पक्षियों के लिए हेल्पलाइन नंबर 9828500065 जारी किया गया है. लोगों से अपील की गई है कि हेल्पलाइन नंबर (Birds rescue helpline numbers Jaipur) पर सूचना देकर पक्षियों की जान बचाने में सहयोग करें. वन विभाग के रेस्क्यू रेंजर के हेल्पलाइन नंबर 9414378130, डॉक्टर अशोक तंवर के मोबाइल नंबर 9829022027 और नेचर केयर संस्था के नंबर 9352535425 पर घायल पक्षियों की सूचना दी जा सकती है.
डॉ तंवर ने बताया कि वन विभाग का अशोक विहार पक्षी उपचार केंद्र पूरे साल चालू रहता है. यहां घायल पक्षियों का इलाज किया जाता है. पक्षियों को तेज ठंड से बचाने के लिए सेंटर पर हीटर की व्यवस्था भी की गई है. लोगों से अपील की गई है कि सुबह 6 से 8 बजे तक और शाम को 5 से 7 बजे तक पतंगबाजी नहीं करें.