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Bird Flu ने राजस्थान के 16 जिलों में पसारे पैर...आज भी कई पक्षियों की मौत के मामले आए सामने

राजस्थान में बर्ड फ्लू का कहर जारी है. गुरुवार को भी पक्षियों पर एवियन इन्फ्लूएंजा ने गाज गिराई. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में कई पक्षियों की मौत के मामले सामने आए. सीकर में 13 पक्षियों की मौत के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर है. बर्ड फ्लू झालावाड़ से शुरू होकर प्रदेश के करीब 16 जिलों में पैर पसार चुका है. मामले की गंभीरता को देखते हुए गहलोत सरकार भी लगातार दिशा-निर्देश जारी कर रही है.

birds died due to bird flu in rajasthan
राजस्थान में बर्ड फ्लू का कहर जारी
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Published : Jan 7, 2021, 5:31 PM IST

जयपुर. राजस्थान में बर्ड फ्लू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. गुरुवार को भी डूंगरपुर, सीकर, अलवर, झालावाड़ और भरतपुर जिले से पक्षियों की मौत के मामले सामने आए. हालांकि, पाली से एक राहत भरी खबर सामने आई है.

पाली से राहत भरी खबर...

दरअसल, पाली जिले में कौओं की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. प्रतिदिन जिले के अलग-अलग हिस्सों से कौओं की मौत के मामले सामने आ रहे हैं. लेकिन इन सभी के बीच राहत भरी खबर यह है कि पाली से भोपाल में भेजे गए कौओं के विसरा के सैंपल सभी नेगेटिव आए हैं. जिसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली है. आपको बता दें कि पाली में पिछले 4 दिनों से अलग-अलग क्षेत्रों में कौओं की मौत के मामले सामने आ रहे थे. जहां से पशुपालन विभाग ने कुल 17 सैंपल भोपाल लैब में जांच के लिए भेजे थे. बाकी सभी कौओं को डिस्पोज कर दिया गया था.

पाली से राहत भरी खबर...

जांच के लिए भोपाल भेजे गए 17 को कौओं के सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. इसको देखते हुए पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ चक्रधारी गौतम ने शरीर में प्रोटीन की मात्रा को पूरा करने के लिए पॉल्ट्री फॉर्म से आने वाले जन सामान्य अंगों को अधिक से अधिक उपयोग करने की सलाह दी है. उन्होंने बताया कि युवक की मौत विषाक्त पदार्थ खाने वह सर्दी के कारण हुई है. बर्ड फ्लू का मुर्गियों पर कोई असर नहीं दिखा है.

सीकर में 13 पक्षियों की मौत...

जिले में भी बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए प्रशासन अलर्ट पर है. जिले भर में अब तक 13 पक्षियों की मौत (death of 13 birds in Sikar) भी हो चुकी है. अतिरिक्त जिला कलेक्टर धारा सिंह मीणा ने जिले के अधिकारियों की बैठक ली और बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट रहने के निर्देश दिए. अतिरिक्त जिला कलेक्टर धारा सिंह मीणा ने कहा कि जिले में अब तक 13 पक्षियों की मौत हुई है. हालांकि, उनमें प्रारंभिक तौर पर बर्ड फ्लू के लक्षण नहीं पाए गए हैं. उन्होंने कहा कि 2 पक्षियों के सैंपल भोपाल भेजे गए हैं. जिनकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि खास तौर पर पशुपालन और वन विभाग के अधिकारी अलर्ट पर रहे. इसके साथ साथ जिले भर में लोगों को सावधान रहने के लिए कहा और पक्षियों की मौत की सूचना तुरंत प्रशासन को देने की अपील की. जिन 13 पक्षियों की मौत हुई है उनको लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है.

डूंगरपुर में 1 उल्लू, 4 चिड़िया और 3 कबूतर की मौत...

अब डूंगरपुर में भी बर्ड फ्लू दस्तक दे रहा है. जिले में उल्लू, चिड़िया और कबूतर की मौत के मामले सामने आए हैं. हालांकि, पशुपालन विभाग बर्ड फ्लू से इनकार कर रहा है. लेकिन विभाग की ओर से बर्ड फ्लू को लेकर तैयारी कर ली गई है. डूंगरपुर के धंबोला गांव में एक उल्लू, इन्द्रखेत में चार चिड़िया मृत हालत में मिले. वहीं डूंगरपुर शहर के महारावल स्कूल के पास तीन कबूतर मृत हालत में मिले हैं. इसके बाद पशुपालन विभाग में हड़कंप मच गया. बता दें कि इसको लेक पशुपालन विभाग की टीम धंबोला पंहुची और उल्लू व चिड़िया को कब्जे में ले लिया. वहीं शहर में मृत कबूतर को नगर परिषद की टीम ने बरामद किया है. पशुपालन विभाग की नोडल अधिकारी डॉ. कल्पना हिरवाड़े ने बताया कि जिले में अभी बर्ड फ्लू का कोई भी मामला सामने नहीं आया है. उल्लू बूढ़ा हो जाने और चिड़िया की ठंड के कारण मौत हुई है. वहीं कबूतर की मौत के कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है.

birds died in dungarpur
डूंगरपुर में उल्लू, कबूतर की मौत

अलवर में बर्ड फ्लू को लेकर प्रशासन अलर्ट...

कोरोना के खौफ के बीच अब बर्ड फ्लू की दस्तक लगातार प्रशासन की चिंता बढ़ा रही है. प्रदेश के 6 जिलों में अब तक 500 से अधिक पक्षियों की मौत हो चुकी है. ऐसे में अलवर जिले में लगातार वन विभाग और पशुपालन विभाग अलर्ट मोड पर है. जिले में कंट्रोल रूम शुरू हो चुका है. साथ ही पानी के वाटर प्वाइंटों पर नजर रखी जा रही है. तिजारा, किशनगढ़बास, बहरोड़, अलवर सदर, राजगढ़, लक्ष्मणगढ़ रेंज के अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं.

बता दें कि अलवर में अन्य जगहों की तुलना में जंगल क्षेत्र ज्यादा है. राजस्थान में अब तक बर्ड फ्लू (bird flu in Rajasthan) से 600 से अधिक पक्षियों की मौत हो चुकी है. प्रदेश के 6 जिलों में कौओं की मौत (Crows dead in Rajasthan) के मामले सामने आए हैं. डॉक्टरी जांच में बर्ड फ्लू का कम पावर स्ट्रेन मिला है, जो ज्यादा घातक नहीं है. वहीं अलवर में अब तक बर्ड फ्लू का कोई मामला नहीं आया है. ऐसे में थोड़ी राहत की बात है लेकिन उसके बाद भी लगातार एहतियातन सावधानी बरती जा रही है.

birds died due to bird flu in rajasthan
राजस्थान में बर्ड फ्लू का कहर जारी

भरतपुर में कौए की मौत से हड़कंप...

भरतपुर जिले में गुरुवार सुबह मथुरा गेट थाना इलाके की संजय नगर कॉलोनी में एक कौए की मौत से हड़कंप मच गया. सूचना पर पशुपालन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और मृतक कौए के शव को डिस्पोज किया. कौए की मौत से इलाके में बर्ड फ्लू की चर्चा का बाजार भी गर्म रहा. दरअसल, केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी उद्यान में सैकड़ों की संख्या में इस समय प्रवासी और अप्रवासी पक्षी रह रहे हैं. जिसको देखते हुए बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. पशुपालन विभाग और पक्षी उद्यान की टीम नजर बनाए हुए है. कौए की मौत की सूचना के बाद पशुपालन विभाग के अधिकारी और राष्ट्रीय पक्षी उड़ान के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और पीपी किट पहनकर और उस इलाके को सैनिटाइज कर मृतक कौए को लेकर गए.

जयपुर. राजस्थान में बर्ड फ्लू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. गुरुवार को भी डूंगरपुर, सीकर, अलवर, झालावाड़ और भरतपुर जिले से पक्षियों की मौत के मामले सामने आए. हालांकि, पाली से एक राहत भरी खबर सामने आई है.

पाली से राहत भरी खबर...

दरअसल, पाली जिले में कौओं की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. प्रतिदिन जिले के अलग-अलग हिस्सों से कौओं की मौत के मामले सामने आ रहे हैं. लेकिन इन सभी के बीच राहत भरी खबर यह है कि पाली से भोपाल में भेजे गए कौओं के विसरा के सैंपल सभी नेगेटिव आए हैं. जिसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली है. आपको बता दें कि पाली में पिछले 4 दिनों से अलग-अलग क्षेत्रों में कौओं की मौत के मामले सामने आ रहे थे. जहां से पशुपालन विभाग ने कुल 17 सैंपल भोपाल लैब में जांच के लिए भेजे थे. बाकी सभी कौओं को डिस्पोज कर दिया गया था.

पाली से राहत भरी खबर...

जांच के लिए भोपाल भेजे गए 17 को कौओं के सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. इसको देखते हुए पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ चक्रधारी गौतम ने शरीर में प्रोटीन की मात्रा को पूरा करने के लिए पॉल्ट्री फॉर्म से आने वाले जन सामान्य अंगों को अधिक से अधिक उपयोग करने की सलाह दी है. उन्होंने बताया कि युवक की मौत विषाक्त पदार्थ खाने वह सर्दी के कारण हुई है. बर्ड फ्लू का मुर्गियों पर कोई असर नहीं दिखा है.

सीकर में 13 पक्षियों की मौत...

जिले में भी बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए प्रशासन अलर्ट पर है. जिले भर में अब तक 13 पक्षियों की मौत (death of 13 birds in Sikar) भी हो चुकी है. अतिरिक्त जिला कलेक्टर धारा सिंह मीणा ने जिले के अधिकारियों की बैठक ली और बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट रहने के निर्देश दिए. अतिरिक्त जिला कलेक्टर धारा सिंह मीणा ने कहा कि जिले में अब तक 13 पक्षियों की मौत हुई है. हालांकि, उनमें प्रारंभिक तौर पर बर्ड फ्लू के लक्षण नहीं पाए गए हैं. उन्होंने कहा कि 2 पक्षियों के सैंपल भोपाल भेजे गए हैं. जिनकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि खास तौर पर पशुपालन और वन विभाग के अधिकारी अलर्ट पर रहे. इसके साथ साथ जिले भर में लोगों को सावधान रहने के लिए कहा और पक्षियों की मौत की सूचना तुरंत प्रशासन को देने की अपील की. जिन 13 पक्षियों की मौत हुई है उनको लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है.

डूंगरपुर में 1 उल्लू, 4 चिड़िया और 3 कबूतर की मौत...

अब डूंगरपुर में भी बर्ड फ्लू दस्तक दे रहा है. जिले में उल्लू, चिड़िया और कबूतर की मौत के मामले सामने आए हैं. हालांकि, पशुपालन विभाग बर्ड फ्लू से इनकार कर रहा है. लेकिन विभाग की ओर से बर्ड फ्लू को लेकर तैयारी कर ली गई है. डूंगरपुर के धंबोला गांव में एक उल्लू, इन्द्रखेत में चार चिड़िया मृत हालत में मिले. वहीं डूंगरपुर शहर के महारावल स्कूल के पास तीन कबूतर मृत हालत में मिले हैं. इसके बाद पशुपालन विभाग में हड़कंप मच गया. बता दें कि इसको लेक पशुपालन विभाग की टीम धंबोला पंहुची और उल्लू व चिड़िया को कब्जे में ले लिया. वहीं शहर में मृत कबूतर को नगर परिषद की टीम ने बरामद किया है. पशुपालन विभाग की नोडल अधिकारी डॉ. कल्पना हिरवाड़े ने बताया कि जिले में अभी बर्ड फ्लू का कोई भी मामला सामने नहीं आया है. उल्लू बूढ़ा हो जाने और चिड़िया की ठंड के कारण मौत हुई है. वहीं कबूतर की मौत के कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है.

birds died in dungarpur
डूंगरपुर में उल्लू, कबूतर की मौत

अलवर में बर्ड फ्लू को लेकर प्रशासन अलर्ट...

कोरोना के खौफ के बीच अब बर्ड फ्लू की दस्तक लगातार प्रशासन की चिंता बढ़ा रही है. प्रदेश के 6 जिलों में अब तक 500 से अधिक पक्षियों की मौत हो चुकी है. ऐसे में अलवर जिले में लगातार वन विभाग और पशुपालन विभाग अलर्ट मोड पर है. जिले में कंट्रोल रूम शुरू हो चुका है. साथ ही पानी के वाटर प्वाइंटों पर नजर रखी जा रही है. तिजारा, किशनगढ़बास, बहरोड़, अलवर सदर, राजगढ़, लक्ष्मणगढ़ रेंज के अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं.

बता दें कि अलवर में अन्य जगहों की तुलना में जंगल क्षेत्र ज्यादा है. राजस्थान में अब तक बर्ड फ्लू (bird flu in Rajasthan) से 600 से अधिक पक्षियों की मौत हो चुकी है. प्रदेश के 6 जिलों में कौओं की मौत (Crows dead in Rajasthan) के मामले सामने आए हैं. डॉक्टरी जांच में बर्ड फ्लू का कम पावर स्ट्रेन मिला है, जो ज्यादा घातक नहीं है. वहीं अलवर में अब तक बर्ड फ्लू का कोई मामला नहीं आया है. ऐसे में थोड़ी राहत की बात है लेकिन उसके बाद भी लगातार एहतियातन सावधानी बरती जा रही है.

birds died due to bird flu in rajasthan
राजस्थान में बर्ड फ्लू का कहर जारी

भरतपुर में कौए की मौत से हड़कंप...

भरतपुर जिले में गुरुवार सुबह मथुरा गेट थाना इलाके की संजय नगर कॉलोनी में एक कौए की मौत से हड़कंप मच गया. सूचना पर पशुपालन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और मृतक कौए के शव को डिस्पोज किया. कौए की मौत से इलाके में बर्ड फ्लू की चर्चा का बाजार भी गर्म रहा. दरअसल, केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी उद्यान में सैकड़ों की संख्या में इस समय प्रवासी और अप्रवासी पक्षी रह रहे हैं. जिसको देखते हुए बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. पशुपालन विभाग और पक्षी उद्यान की टीम नजर बनाए हुए है. कौए की मौत की सूचना के बाद पशुपालन विभाग के अधिकारी और राष्ट्रीय पक्षी उड़ान के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और पीपी किट पहनकर और उस इलाके को सैनिटाइज कर मृतक कौए को लेकर गए.

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