जयपुर. सवाई मानसिंह अस्पताल के मेडिकल स्टाफ के अलावा मरीज और उनके परिजनों का बायो मेडिकल वेस्ट भी अस्पताल से निकल रहा है. जो फिलहाल अस्पताल के नॉर्थ ईस्ट साइड में बने कचरा डिपो पर डाला जा रहा है. ये लापरवाही कहीं न कहीं संक्रमण को न्योता दे रही है.
एसएमएस अस्पताल में फिलहाल कोविड-19 मरीजों का भी उपचार चल रहा है. ऐसे में अस्पताल के नार्थ ईस्ट में बने के कचरा ट्रांसफर स्टेशन पर बड़ी संख्या में बायो मेडिकल वेस्ट इकट्ठा हो रहा है. जिसे नियमित रूप से उठाया भी नहीं जा रहा. जबकि बीते साल यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने इस कचरा डिपो को हटाकर यहां सर्वधर्म प्रार्थना स्थल बनाने के निर्देश दिए थे.
बावजूद इसके न तो ये डिपो खत्म हुआ और तो और अब यह स्थान संक्रमण को न्योता दे रहा है. इस संबंध में निगम के अधिकारियों की माने तो पहले जो कचरा बाहर से आकर यहां डाला जा रहा था, उस व्यवस्था को पूरी तरह बंद कर दिया गया है. निगरानी के लिए स्थाई कर्मचारी भी लगाए गए हैं. लेकिन यहां बहुत सा कचरा अस्पताल से ही आता है, ऐसे में अस्पताल के अंदर ही कचरा डिस्पोज करने की व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है.
उधर, कोरोना संक्रमण से आमजन को बचाने के लिए नगर निगम की ओर से संक्रमित कचरा निर्धारित स्थान पर डालने की ही अपील की जा रही है. ताकि संक्रमण न फैले. आमजन को जागरूक करने के लिए सभी अस्पतालों में पोस्टर भी लगवाए गए हैं.
जिसमें मरीजों और उनके परिजनों से किसी भी प्रकार का संक्रमित कचरा मास्क, दस्ताने, पीपीई किट, फेस शिल्ड, सिरिंज आदि अस्पताल परिसर या आसपास में खुले में न डालने की अपील की है. लेकिन अस्पताल परिसर के ठीक बाहर ही यदि बायो मेडिकल वेस्ट का अंबार लगा मिले, तो सवाल उठने लाजमी हो जाते हैं.