जयपुर. भले ही मोदी सरकार पहले लोकसभा में और अब राज्यसभा में तीन तलाक बिल पास करवा चुकी हो, लेकिन मुस्लिम महिलाएं इस बिल के विरोध में उतर चुकी हैं. राजधानी जयपुर में तीन तलाक के बिल को लेकर मुस्लिम महिलाओं ने विरोध जताया है.
मुस्लिम महिलाओं का कहना है कि भले ही यह बिल पास हो गया हो, लेकिन हमारा इस्लामिक कानून है और हम उस कानून को मानने वाले हैं. महिलाओं ने कहा कि जो कानून हमारे नबी सल्लल्लाहु ताला वसल्लम ने बनाया था, वही कानून आज के इस दौर में भी जारी रहना चाहिए. लेकिन, कुछ राजनीतिक पार्टियां अपने फायदे के लिए तीन तलाक पर कानून ला रही हैं, जो गलत है.
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महिलाओं का कहना है कि तीन तलाक एक साथ बोलने पर किसी का तलाक भी नहीं होगा और उसके पति को जेल में डाल दिया जाएगा, तो उस महिला की देखभाल कौन करेगा. महिलाओं ने कहा कि पहले भी दो बार इस बिल को नामंजूर कर दिया गया था, जिसकी वजह यह थी कि मुस्लिम महिलाएं इसके पक्ष में नहीं थी. महिलाओं का कहना है कि भले ही यह बिल पास हो गया हो, लेकिन हम इस बिल को नहीं मानेंगे.
उन्होंने कहा जो हमारे नबी ने हमारे लिए किया है. वहीं, इस दुनिया में हमारे लिए सबसे बेहतरीन बात है. महिलाओं का कहना है कि जो राज्यसभा में सोमवार को बिल पास हुआ है, वह मुसलमानों के विरोध में है. इसलिए हम इस बिल का कड़े शब्दों में विरोध करते हैं.