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जयपुर में तीन तलाक बिल को लेकर मुस्लिम महिलाओं ने जताया विरोध - rajasthan

भले ही मोदी सरकार पहले लोकसभा में और अब राज्यसभा में तीन तलाक बिल पास करवा चुकी हो, लेकिन मुस्लिम महिलाएं इस बिल के विरोध में उतर चुकी हैं. राजधानी जयपुर में तीन तलाक के बिल को लेकर मुस्लिम महिलाओं ने विरोध जताया है. महिलाओं ने कहा कि जो कानून हमारे नबी सल्लल्लाहु ताला वसल्लम ने बनाया था. वहीं कानून आज के इस दौर में भी जारी रहना चाहिए.

Bill not allowed on three divorce
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Published : Jul 30, 2019, 11:44 PM IST

जयपुर. भले ही मोदी सरकार पहले लोकसभा में और अब राज्यसभा में तीन तलाक बिल पास करवा चुकी हो, लेकिन मुस्लिम महिलाएं इस बिल के विरोध में उतर चुकी हैं. राजधानी जयपुर में तीन तलाक के बिल को लेकर मुस्लिम महिलाओं ने विरोध जताया है.

तीन तलाक पर बिल मंजूर नहीं

मुस्लिम महिलाओं का कहना है कि भले ही यह बिल पास हो गया हो, लेकिन हमारा इस्लामिक कानून है और हम उस कानून को मानने वाले हैं. महिलाओं ने कहा कि जो कानून हमारे नबी सल्लल्लाहु ताला वसल्लम ने बनाया था, वही कानून आज के इस दौर में भी जारी रहना चाहिए. लेकिन, कुछ राजनीतिक पार्टियां अपने फायदे के लिए तीन तलाक पर कानून ला रही हैं, जो गलत है.

यह भी पढ़ेंः राजस्थान लिंचिंग संरक्षण विधेयक-2019 विधानसभा में पेश, 10 साल तक की सजा का प्रावधान

महिलाओं का कहना है कि तीन तलाक एक साथ बोलने पर किसी का तलाक भी नहीं होगा और उसके पति को जेल में डाल दिया जाएगा, तो उस महिला की देखभाल कौन करेगा. महिलाओं ने कहा कि पहले भी दो बार इस बिल को नामंजूर कर दिया गया था, जिसकी वजह यह थी कि मुस्लिम महिलाएं इसके पक्ष में नहीं थी. महिलाओं का कहना है कि भले ही यह बिल पास हो गया हो, लेकिन हम इस बिल को नहीं मानेंगे.

उन्होंने कहा जो हमारे नबी ने हमारे लिए किया है. वहीं, इस दुनिया में हमारे लिए सबसे बेहतरीन बात है. महिलाओं का कहना है कि जो राज्यसभा में सोमवार को बिल पास हुआ है, वह मुसलमानों के विरोध में है. इसलिए हम इस बिल का कड़े शब्दों में विरोध करते हैं.

जयपुर. भले ही मोदी सरकार पहले लोकसभा में और अब राज्यसभा में तीन तलाक बिल पास करवा चुकी हो, लेकिन मुस्लिम महिलाएं इस बिल के विरोध में उतर चुकी हैं. राजधानी जयपुर में तीन तलाक के बिल को लेकर मुस्लिम महिलाओं ने विरोध जताया है.

तीन तलाक पर बिल मंजूर नहीं

मुस्लिम महिलाओं का कहना है कि भले ही यह बिल पास हो गया हो, लेकिन हमारा इस्लामिक कानून है और हम उस कानून को मानने वाले हैं. महिलाओं ने कहा कि जो कानून हमारे नबी सल्लल्लाहु ताला वसल्लम ने बनाया था, वही कानून आज के इस दौर में भी जारी रहना चाहिए. लेकिन, कुछ राजनीतिक पार्टियां अपने फायदे के लिए तीन तलाक पर कानून ला रही हैं, जो गलत है.

यह भी पढ़ेंः राजस्थान लिंचिंग संरक्षण विधेयक-2019 विधानसभा में पेश, 10 साल तक की सजा का प्रावधान

महिलाओं का कहना है कि तीन तलाक एक साथ बोलने पर किसी का तलाक भी नहीं होगा और उसके पति को जेल में डाल दिया जाएगा, तो उस महिला की देखभाल कौन करेगा. महिलाओं ने कहा कि पहले भी दो बार इस बिल को नामंजूर कर दिया गया था, जिसकी वजह यह थी कि मुस्लिम महिलाएं इसके पक्ष में नहीं थी. महिलाओं का कहना है कि भले ही यह बिल पास हो गया हो, लेकिन हम इस बिल को नहीं मानेंगे.

उन्होंने कहा जो हमारे नबी ने हमारे लिए किया है. वहीं, इस दुनिया में हमारे लिए सबसे बेहतरीन बात है. महिलाओं का कहना है कि जो राज्यसभा में सोमवार को बिल पास हुआ है, वह मुसलमानों के विरोध में है. इसलिए हम इस बिल का कड़े शब्दों में विरोध करते हैं.

Intro:जयपुर
एंकर- भले ही मोदी सरकार पहले लोकसभा में और अब राज्यसभा में तीन तलाक बिल पास करवा चुकी हो। लेकिन मुस्लिम महिलाएं इस बिल के विरोध में उतर चुकी है। राजधानी जयपुर में तीन तलाक के बिल को लेकर मुस्लिम महिलाओं ने विरोध जताया है।


Body:मुस्लिम महिलाओं का कहना है कि भले ही यह बिल पास हो गया हो। हम तो जो हमारा इस्लामिक कानून है उस कानून को मानने वाले हैं। महिलाओं ने कहा कि जो कानून हमारे नबी सल्लल्लाहु ताला वसल्लम ने बनाया था वही कानून आज के इस दौर में भी जारी रहना चाहिए। लेकिन कुछ राजनीतिक पार्टियां अपने फायदे के लिए तीन तलाक पर कानून ला रही है। जो गलत है। महिलाओं का कहना है कि तीन तलाक एक साथ बोलने पर किसी का तलाक भी नहीं होगा। और उसके पति को जेल में डाल दिया जाएगा तो उस महिला की देखभाल कौन करेगा। महिलाओं ने कहा पहले भी दो बार इस बिल को नामंजूर कर दिया गया था। जिसकी वजह यह थी कि मुस्लिम महिलाएं इसके पक्ष में नहीं है। महिलाओं का कहना है कि भले ही यह बिल पास हो गया हो लेकिन हम इस बिल को नहीं मानेंगे।
उन्होंने कहा जो हमारे नबी ने हमारे लिए किया है। वहीं इस दुनिया में हमारे लिए सबसे बेहतरीन बात है। महिलाओं का कहना है कि जो राज्यसभा में आज बिल पास हुआ है वह मुसलमानों के विरोध में है। इसलिए हम इस बिल का कड़े शब्दों में विरोध करते हैं।

बाईट- शमाभिशेष, मुस्लिम महिला
बाईट- अलीम बानो, मुस्लिम महिला
बाईट- नजमा परवीन, मुस्लिम महिला
बाईट- निखतरबीन, मुस्लिम महिला








Conclusion:
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