जयपुर. वर्ष 2021 समाप्त हो रहा है और कल शनिवार को नए साल का आगाज होने जा रहा है. वर्ष 2021 लोगों के लिए कई खट्टी मीठी यादें छोड़ कर जा रहा है. यदि बात पुलिस के दृष्टिकोण से की जाए तो वर्ष 2021 कई मायनों में जयपुर पुलिस के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा है.
पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण रहा 2021 : चाहे बात कोरोना मैनेजमेंट को लागू करवाने और तमाम व्यवस्थाओं के संचालन की करें या बेरोजगारी बढ़ने के चलते युवाओं की अपराध जगत में एंट्री (Entry of youth into crime world) की या फिर साइबर व फाइनेंसियल फ्रॉड के लगातार बढ़ते मामलों की, यह सभी विषय इस वर्ष जयपुर पुलिस के लिए काफी चुनौतीपूर्ण साबित हुआ है. आने वाला नया साल किस तरह से आमजन के लिए एक बेहतर पुलिसिंग के रूप में सफल रह सके और किस तरह से आमजन को ज्यादा से ज्यादा संख्या में पुलिस अपने साथ जोड़ सके, इस दिशा में अनेक महत्वपूर्ण काम किए जाएंगे. इन तमाम कार्यों को लेकर जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अधिकारियों ने रूपरेखा तैयार की है.
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कोरोना रहा सबसे अहम मुद्दा
एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अजय पाल लांबा (Additional Police Commissioner Crime Ajay Pal Lamba) ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि वर्ष 2021 में कई चुनौतियां (Big challenges of Jaipur Police in the year 2021 ) पुलिस के सामने आई. जिसमें सबसे पहली चुनौती कोरोना मैनेजमेंट को मेंटेन करना, लॉकडाउन की पालना करवाना, इसके साथ ही एसेंशियल सर्विसेस की सप्लाई को लगातार जारी रखना और इन तमाम व्यवस्थाओं में सामंजस्य बनाए रखना पुलिस के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा.
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कोरोना के चलते काफी युवाओं की नौकरी चली गई या फिर उनके वेतन में कटौती की गई, जिसके चलते ऐसे कई युवाओं ने अपराध की राह में अपने कदम बढ़ा दिए. जयपुर पुलिस ने विभिन्न तरह के अपराधों में लिप्त ऐसे अनेक युवाओं को गिरफ्तार किया जिनका पूर्व में कोई भी क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं था. इसके साथ ही कोई भी पूर्व क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं होने के चलते अपराध की राह में चल पड़े लोगों की पहचान कर पाना भी पुलिस के सामने एक बड़ी चुनौती रही. इसके साथ ही शहर में लगातार बढ़ रहे फाइबर और फाइनैंशल फ्रॉड के मामलों को सुलझाना भी जयपुर पुलिस के सामने एक बड़ी चुनौती रही.
नए साल में यूथ को अपने साथ जोड़ने की कवायद
एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अजय पाल लांबा ने बताया कि जब पुलिस को बेरोजगार युवाओं के अपराध जगत में एंट्री करने के ट्रेंड के बारे में पता लगा तो इस ट्रेंड को कम करने के लिए जयपुर पुलिस नए साल में विभिन्न एक्टिविटी के माध्यम से यूथ को अपने साथ जोड़ने (Aim to engage youth With Police) की दिशा में काम करेगी. युवाओं को अपराध की राह पर चलने से रोकने के लिए जयपुर पुलिस नए साल में कम्युनिटी इंगेजमेंट के तहत युवाओं के साथ सकारात्मक पहल करते हुए युवाओं की एनर्जी को पॉजिटिव वे में चैनेलाइज करने का काम करेगी. इसके साथ ही साइबर व फाइनेंस फ्रॉड के लगातार बढ़ते प्रकरण को देखते हुए कमिश्नरेट के चारों जिलों में साइबर सेल का गठन किया गया है. साइबर सेल में शामिल पुलिस कर्मियों को विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है. ताकी नव वर्ष में साइबर व फाइनेंशियल फ्रॉड के प्रकरणों का त्वरित अनुसंधान किया जा सके और साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया जा सके.