ETV Bharat / city

जयपुर सेंट्रल जेल में भाई-बहन के प्यार के आगे पिघली सलाखें

भाई-बहन के प्यार का पर्व न केवल घरों में बल्कि जयपुर सेंट्रल जेल में भी मनाया गया. इस दौरान बहनों ने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी सलामती की दुआएं मांगी. इस मौके पर जेल प्रशासन त्योहार मनाने के लिए विशेष व्यवस्था कर रखी थी.

author img

By

Published : Oct 29, 2019, 6:33 PM IST

Bhai Dooj in Jail, जयपुर न्यूज

जयपुर. राजधानी की सेंट्रल जेल में मंगलवार को भाई-बहन के प्रेम का पर्व भाई दूज मनाया गया. इस दौरान जेल में बंद कैदियों की बहनें भाई दूज मनाने बड़ी संख्या में सेंट्रल जेल पहुंची. कैदियों की बहनों ने जेल में बंद भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर मिठाई खिलाई. साथ ही बहनों ने कैदी भाइयों की सलामती की दुआएं मांगी.

जयपुर सेंट्रल जेल में मनाई गई भाई दूज

मंगलवार को सुबह से ही केंद्रीय कारागार में कैदियों के साथ मिलकर भाई दूज मनाने के लिए कैदियों के परिजनों ने आना शुरू कर दिया था, जो शाम तक जारी रहा. इस दौरान बहनों ने अपने कैदी भाइयों के जल्द ही जेल से बाहर आने और परिवार के साथ रहने की कामना की. इस मौके पर जेल प्रशासन ने भी त्योहार मनाने के लिए विशेष व्यवस्था की.

बहनों ने कैदी भाइयों को तिलक लगाकर संकल्प लिया कि वो आगे से आपराधिक रास्ते पर कभी न जाएं. एक कैदी की बहन रंजना ने बताया कि वो भगवान से दुआ करती हैं कि उनका भाई जल्द ही जेल से घर आ जाए और परिवार के साथ भाई दूज मनाए. साथ ही वो कहती हैं कि उनका भाई कोई ऐसा काम न करे, जिससे उन्हें जेल में आना पड़े.

पढ़ें- SMS हॉस्पिटल में रेजिडेंट डॉक्टर से मारपीट का मामला, रेजिडेंट्स ने किया 2 घंटे कार्य बहिष्कार

इस मौके पर जेल प्रबंधन ने पहले से ही अच्छी व्यवस्था कर ली थी. महिलाओं को त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में से कड़ी जांच पड़ताल के बाद ही अंदर प्रवेश दिया गया. साथ ही नकदी, कपड़े, मोबाइल सहित अन्य सभी सामानों को भी बाहर ही रखवाया. बहनों के भाइयों से मिलने के लिए जेल प्रबंधन ने 10 मिनट का समय दिया.

जयपुर. राजधानी की सेंट्रल जेल में मंगलवार को भाई-बहन के प्रेम का पर्व भाई दूज मनाया गया. इस दौरान जेल में बंद कैदियों की बहनें भाई दूज मनाने बड़ी संख्या में सेंट्रल जेल पहुंची. कैदियों की बहनों ने जेल में बंद भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर मिठाई खिलाई. साथ ही बहनों ने कैदी भाइयों की सलामती की दुआएं मांगी.

जयपुर सेंट्रल जेल में मनाई गई भाई दूज

मंगलवार को सुबह से ही केंद्रीय कारागार में कैदियों के साथ मिलकर भाई दूज मनाने के लिए कैदियों के परिजनों ने आना शुरू कर दिया था, जो शाम तक जारी रहा. इस दौरान बहनों ने अपने कैदी भाइयों के जल्द ही जेल से बाहर आने और परिवार के साथ रहने की कामना की. इस मौके पर जेल प्रशासन ने भी त्योहार मनाने के लिए विशेष व्यवस्था की.

बहनों ने कैदी भाइयों को तिलक लगाकर संकल्प लिया कि वो आगे से आपराधिक रास्ते पर कभी न जाएं. एक कैदी की बहन रंजना ने बताया कि वो भगवान से दुआ करती हैं कि उनका भाई जल्द ही जेल से घर आ जाए और परिवार के साथ भाई दूज मनाए. साथ ही वो कहती हैं कि उनका भाई कोई ऐसा काम न करे, जिससे उन्हें जेल में आना पड़े.

पढ़ें- SMS हॉस्पिटल में रेजिडेंट डॉक्टर से मारपीट का मामला, रेजिडेंट्स ने किया 2 घंटे कार्य बहिष्कार

इस मौके पर जेल प्रबंधन ने पहले से ही अच्छी व्यवस्था कर ली थी. महिलाओं को त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में से कड़ी जांच पड़ताल के बाद ही अंदर प्रवेश दिया गया. साथ ही नकदी, कपड़े, मोबाइल सहित अन्य सभी सामानों को भी बाहर ही रखवाया. बहनों के भाइयों से मिलने के लिए जेल प्रबंधन ने 10 मिनट का समय दिया.

Intro:भाई बहन के प्यार का पर्व ना केवल घरों में बल्कि जयपुर सेंट्रल जेल में भी मनाया गया. भाई दूज पर मानो जेल की सलाखें भी पिघल गई हो. बहने भाई को तिलक लगाकर कलावा बांध उनकी लम्बी उम्र की कामना की. साथ ही कई बहनों ने बिलखती आंखों से भाइयों से क्राइम की दुनिया के रास्ते से दूर होने का संकल्प भी लिया.


Body:एंकर: जयपुर सेंट्रल जेल में आज बहन और भाई के प्रेम का पर्व भाई दूज बड़े ही आत्मीयता के साथ मनाया गया. बहनों की आंखों में भाइयों से मिलने की जहां खुशी झलक रही थी. वहीं जेल में बंद बेबस भाइयों को देखकर दुख भी उमड़ रहा था. भाई-बहन के इस प्रेम और मिलाप में सैकड़ों की संख्या में भाई दूज मनाने जेल पहुंच बहनों ने अपने भाइयों के माथे पर तिलक कर मिठाई खिलाई और नम आंखों से उनकी सलामती की दुआएं मांगी. इस मौके पर जेल प्रशासन ने भी त्यौहार मनाने के लिए बहनों के आगमन पर विशेष व्यवस्था की.

वीओ 1- वही सुबह-सुबह ही केंद्रीय कारागार में भाई दूज मनाने के लिए बहने पहुंचने लगे और जेल प्रहरीयों ने उनके सामान की तलाशी लेकर उनके भाइयों से मिलवा ना शुरू कर दिया. शाम तक जेल में बहनों की लंबी कतारें लगी रही. त्योहार मनाने जेल पहुंची बहने भाइयों को देखकर अपने आंसू भी नहीं रोक पाई और सलाखों के भीतर से भाई का हाथ पकड़कर कोई रोती दिखी. तो कोई उनको दुलारती नजर आई. वही भाइयो से मिलने के बाद बहिने भगवान से यही प्रार्थना कर थी कि उनके भाई जल्द से जल्द जेल से बाहर आए और उनके परिवार के साथ रहे.

बाइट 1- रमाकांत शर्मा, जेल अधीक्षक
बाइट 2- रंजना, एक कैदी की बहन

वीओ 2- इस मौके पर भाई दूज के पर्व पर कई बहिनों के साथ उनकी माँ, पत्नी और बच्चे भी पहुंचे. जिन में से किसी माँ ने अपने बेटे को दुलारा तो कोई पत्नी अपने पति को निहारती नजर आई. ऐसे में कैदी पिता भी अपने मासूम बच्चों को गोदी में लेकर को अपार प्रेम करते दिखा. वही बहनों ने भाई के तिलक लगा कलावा बांध भाई से संकल्प लिया कि आगे वो इस आपराधिक रास्ते पर कभी न जाएं. जिससे उन्हें किसी त्यौहार पर जेल के अंदर तक आना पड़े. ऐसे में कुछ भाईयो ने भी बहन के सिर पर हाथ रखकर क्राइम की दुनिया से दूर जाने का वचन दिया.

बाइट 3- प्रेमीदेवी, एक कैदी की माँ

फाइनल वीओ- भाई दूज के पावन पर जेल प्रबंधन की इस ऐतिहासिक पहल से बाट जो रही बहनों को भी भाइयों का अपार प्यार मिला. तो वही कुछ बहने और माताएं तो अपना दुखड़ा गाते गाते बिलख पड़ी. कई माताओं ने कहा कि उनका बेटा निर्दोष है, तो कुछ अपने भाईयों को सही राह पर चलने की सिख देते नजर आई. इस मौके पर जेल प्रबंधन ने महिलाओं को त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में से कड़ी जांच पड़ताल के बाद ही अंदर प्रवेश दिया. साथ ही नगदी, कपड़े, मोबाइल सहित अन्य सभी सामानों को भी बाहर ही रखवाया. तो वही बहनों के भाइयों से मिलने का समय भी 10 मिनट तक रहा.

विशाल शर्मा, ईटीवी भारत, जयपुर



Conclusion:..
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.