जयपुर. राजधानी जयपुर सहित प्रदेश भर में गुरुवार को इस्लामिक साल के पहले महीने मोहर्रम का चांद नजर आया. इसी के साथ इस्लामिक साल 1442 हिजरी की भी शुरुआत हो चुकी है. चांद नजर आने के बाद लोगों ने एक दूसरे को मुबारकबाद भी दी और सोशल मीडिया पर भी बधाइयां देने का दौर शुरू हो गया, जो देर रात तक जारी रहा.
हिलाल कमेटी के कन्वीनर चीफ काजी खालिद उस्मानी ने बताया कि चांद नजर आने के साथ ही इस्लामिक नए साल 1442 हिजरी की शुरूआत हो चुकी है. शुक्रवार को मोहर्रम की 1 तारीख होगी. कोरोना संक्रमण के चलते चीफ काजी ने समाज के लोगों से घरों में ही रहने और सामाजिक दूरी की पालना करने की नसीहत दी. साथ ही मास्क लगाने और सेनेटाइजर का इस्तेमाल करने के साथ ही आपसी भाईचारे से रहने की अपील की है. हर साल निकलने वाले ताजिए इस बार कोरोना के कारण नहीं निकलेंगे. समाज के लोगों ने घरों से ही हजरत इमाम हुसैन की याद में वर्चुअल मजलिस करेंगे.
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बता दें कि मोहर्रम के मौके पर मातमी जुलूस निकाला जाता है, लेकिन कोरोना को देखते हुए इस बार मोहर्रम का महीना शुरू होने से पहले ही राजस्थान पुलिस की तरफ से ताजिया निर्माणकर्ताओं को नोटिस भी दिए जा रहे हैं. नोटिस में कहा गया है कि वह किसी भी तरह से ताजिए के जुलूस या उसके निर्माण में शामिल न हो. अन्यथा पुलिस की ओर से महामारी एक्ट में कार्रवाई भी की जाएगी.