जयपुर. एसीबी के हत्थे चढ़े घूसखोर दौसा के एसडीएम पुष्कर मित्तल और बांदीकुई की एसडीएम पिंकी मीणा को सस्पेंड कर दिया गया है. राज्य के कार्मिक विभाग ने आधिकारिक आदेश जारी कर दिए हैं. निलंबन काल के दौरान दोनों अधिकारियों की उपस्थिति सचिवालय स्थित शासन सचिव कार्मिक विभाग में रहेगी.
कार्मिक विभाग ने रिश्वत मामले में बांदीकुई SDM पिंकी मीणा और दौसा SDM पुष्कर मित्तल की गिफ्तारी के साथ ही सस्पेंड कर दिया. दोनों अधिकारी न्यायिक अभिरक्षा में हैं. निर्माण करने वाली कंपनी से दस लाख रुपए रिश्वत की मांग करने वाली बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीणा पर सरकार ने एक्शन लिया है. इसी प्रकार दाैसा एसडीएम पुष्कर मित्तल को रिश्वत के पांच लाख रु. लेते हुए एसीबी ने ट्रैप कर लिया था. दोनों अधिकारियों का निलंबन काल 13 जनवरी से माना जायेगा. दोनों अधिकारियों को एसीबी ने 13 जनवरी को एसीबी ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया था. दोनों अधिकारी प्रथम दृष्टया भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए.
एसीबी ने पुष्कर काे इस तरह ट्रैप किया
कारवाई के दाैरान दाैसा एसडीएम पुष्कर मित्तल ने रिश्वत के पांच लाख रु. लेकर रख लिए और बाेला कि ये पांच ताे मेरे हैं. आपकाे स्टाफ के लिए अलग से करना हाेगा. इस पर कंपनी प्रतिनिधि ने सहमति जताई. इसी दाैरान एसीबी ने पुष्कर काे ट्रैप कर लिया. पांच लाख रु. लेते ही पुष्कर ने रुपए तिजाेरी में रख दिए जिनकाे जब्त कर लिया.
एसीबी को विश्वास ही नहीं हुआ
17 दिसंबर काे कंपनी अधिकारी एसीबी आफिस में जाकर डीजी बीएल साेनी और एडीजी एमएन दिनेश से मिले थे. दाेनाें के सामने जब कंपनी अधिकारी ने रिश्वत मांगने की बात कही ताे एक बारगी एसीबी अधिकारियाें काे विश्वास ही नहीं हुआ कि प्रदेश में दाेनाें एसडीएम और एसपी का दलाल इस तरह से रिश्वत मांग सकते हैं और नहीं देने पर धमकी दे रहे हैं.