जयपुर. राजस्थान में कोरोना लगातार अपने पैर पसारता जा रहा है. बढ़ते संक्रमण के बीच गहलोत सरकार की ओर से सख्ती भी शुरू की गई है. इसी कड़ी में कार्मिक विभाग ने सचिवालय में आने वाले बाहरी आगन्तुकों के समूह के रूप में आने लर रोक (Ban on visitors in Jaipur Secretariat) लगा दी है.
पिछले 5 दिन में अकेले सचिवालय में 30 से ज्यादा कार्मिक कोरोना पॉजिटिव (jaipur secretariat employee corona positive) आए हैं, जिसके बाद से सचिवालय में विशेष एहतियात बरता जा रहा है. बाहरी लोगों के प्रवेश पर आगामी आदेश तक रोक लगाई गई है, केवल विशेष परिस्थिति में उच्च अधिकारी की सहमति पर अंदर जाने की अनुमति होगी.
यह लिखा है आदेशों में
कार्मिक विभाग की ओर आदेश में कहा गया है कि सचिवालय में अब समूह के रूप में आगंतुकों को प्रवेश नहीं (Strictness in Jaipur Secretariat ) मिल पाएगा. अगर कोई आगुतंक सचिवालय में प्रवेश प्रवेश चाहता है तो उसे स्वागत कक्ष पर दैनिक प्रवेश पत्र के साथ शासन सचिवालय परिसर स्थित उच्च अधिकारी से दूरभाष पर सहमति लेनी होगी, साथ ही कोविड वैक्सीनेशन की दोनों डोज का प्रमाण पत्र दिखाना पड़ेगा, जिसके बाद ही उसे प्रवेश पत्र दिया जाएगा.
इसके अलावा शासन सचिवालय में अस्थाई तौर पर जारी होने वाले मासिक, त्रैमासिक प्रवेश पत्रों को भी आगामी आदेशों तक निलंबित किया गया है. आदेशों में लिखा है कि शासन सचिवालय के स्वागत कक्ष और सचिवालय परिसर के अन्य स्थान पर कोई भी आगुंतक या कार्मिक समूह के रूप में खड़े नहीं हो सकेंगे. कार्मिक विभाग ने सचिवालय के सुरक्षा कर्मियों को तत्काल गाइडलाइन की सख्ती से पालना कराने के निर्देश दिए हैं.
समूह के रूप में नहीं होंगे एकत्रित
कार्मिक विभाग के आदेश में सचिवालय में नियमित आने वाले कार्मिकों को लेकर स्पष्ट किया है कि स्वागत कक्ष / सचिवालय परिसर के अन्य स्थान पर समूह के रूप में खड़े नहीं हो सकेंगे.
2 आईएएस सहित 30 से ज्यादा कार्मिक आये पॉजिटिव
सचिवालय परिसर में प्रदेशभर से आने वाले आगुंतक और अन्य लोग मंत्रियों और उच्च अधिकारियों से मुलाकात के लिए दूरदराज से आते हैं, जिससे सचिवालय में काफी भीड़ देखने को मिलती है. वहीं कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद सचिवालय में 2 आईएए सहित 30 कार्मिक अब तक कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं. कई कार्मिक ऐसे हैं जिनकी रिपोर्ट आना बाकी है. पिछले 5 दिनों में 100 से ज्यादा कार्मिकों के सेम्पल सचिवालय स्थित डिस्पेंसरी में लिए गए थे.