जयपुर. जाति आधारित जनगणना की मांग सहित विभिन्न मांगों को लेकर ऑल इंडिया बैकवर्ड एंड माइनॉरिटी कम्युनिटीज एंप्लाइज फेडरेशन यानी (बामसेफ) के भारत बंद का राजस्थान में कोई असर नहीं (BAMCEF Bharat Bandh remained ineffective in Rajasthan) दिखा. आलम ये रहा कि प्रदेश भाजपा के नेता तो इस भारत बंद और इससे जुड़ी मांगों से भी बेखबर ही दिखे. हालांकि जब उनसे इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि यदि मांग को जन समर्थन मिलता तो बंद का असर भी दिखता.
भाजपा प्रदेश मंत्री सरवन सिंह बागड़ी के अनुसार राजस्थान में भारत बंद का कहीं पर कोई असर नहीं दिखा. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के भारत बंद की जानकारी भी उन्हें अभी मीडिया के जरिए ही मिली. उन्होंने कहा जातिगत जनगणना की मांग पर यह बंद किया गया हो, लेकिन यदि उनकी मांग उचित होगी तो ही केंद्र सरकार उसे मानेगी वरना नहीं मानेगी. क्योंकि यह केंद्र सरकार के क्षेत्राधिकार का मामला है. इस प्रकार की कोई चर्चा फिलहाल देश में नहीं चल रही. जिसके चलते भारत बंद की अपील कुछ संगठनों ने की है.
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भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने कहा कि ने पूरे मामले को लेकर कहा कि किस संगठन ने भारत बंद किया है उनकी क्या मांगे हैं. वह देखने और पढ़ने के बाद ही वह कुछ बोल सकते हैं. हालांकि जब लाहोटी से जातिगत मतगणना को लेकर उनकी राय पूछी गई, तो उन्होंने कहा उनकी व्यक्तिगत राय कुछ नहीं होती पार्टी की राय होती है और जब तक भारत बंद का कॉल करने वालों की क्या-क्या मांग है उसे पढ़ और समझ नहीं लेते तब तक वे इस बारे में कुछ नहीं बोल सकते.
बता दें कि जाति आधारित जनगणना की मांग सहित विभिन्न मांगों को लेकर ऑल इंडिया बैकवर्ड एंड माइनॉरिटी कम्युनिटीज एंप्लाइज फेडरेशन यानी बामसेफ के भारत बंद का आह्वान किया था. साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए जाति आधारित जनगणना नहीं करने के लिए केंद्र के विरोध में हड़ताल का आह्वान किया गया था. फेडरेशन निजी क्षेत्र में एससी एसटी ओबीसी समुदाय के लिए आरक्षण की मांग भी कर रही है. इसके अलावा बामसेफ चुनाव के दौरान ईवीएम के इस्तेमाल और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर यानी एनआरसी, और सीएए व एनपीआर का भी विरोध कर रहा है.