जयपुर. राजधानी में पहली बार जल महल क्षेत्र में कौओं के तीन दिन पहले भोपाल लैब में भेजे गए सैंपल्स की जांच में एवियन इन्फ्ल्यूएंजा (एच5एन8 स्ट्रेन) की पुष्टि हुई है. हालांकि, इस स्ट्रेन से इंसानों एवं पॉल्ट्री के प्रभावित होने की संभावना न के बराबर बताई जा रही है.
एवियन इन्फ्ल्यूएंजा के H5N8 स्ट्रेन की पुष्टि...
जिला कलेक्टर नेहरा को बैठक में पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि तीन दिन पहले जयपुर के जलमहल क्षेत्र से मृत कौओं के करीब आधा दर्जन सैम्पल भोपाल की निशाद लैब में भेजे गए थे. गुरुवार दोपहर बाद मिली रिपोर्ट में इन कौओं में एवियन इन्फ्ल्यूएंजा के एच5एन8 स्ट्रेन की पुष्टि हो गई है. अधिकारियों ने बताया कि एवियन इन्फ्ल्यूएंजा के इस स्ट्रेन के व्यक्तियों एवं मुर्गियों (पॉल्ट्री) में फैलने की आशंका न के बराबर है. अभी तक प्रदेश में भी यह केवल मुख्यतः कौओं एवं कोयल में ही पाया गया है.
हर परिस्थिति के लिए रहें तैयार...
नेहरा ने इसके बावजूद सभी अधिकारियों को हर परिस्थिति के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष सांभर में हुई पक्षी त्रासदी को देखते हुए इस संबंध में अतिरिक्त सावधानी बरती जाए. वन विभाग के अधिकारियों को सांभर लेक एवं जिले की अन्य वाटर बॉडीज में पक्षियों के स्वास्थ्य पर भी नजर बनाए रखने को कहा. उन्होंने कहा कि सभी संबंधित विभाग पूरे समन्वय के साथ इस पर्यावरणीय त्रासदी में सचेत रहें, जिससे समयबद्ध रूप से त्वरित कार्रवाई की जा सके.
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मनुष्यों एवं पॉल्ट्री के लिए घातक नहीं...
अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए अन्तर विभागीय व्हाट्सअप ग्रुप बना लिया गया है. जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अतहर आमिर ने सीएमएचओ अधिकारियों द्वारा एवियन इन्फ्ल्यूएंजा से मुकाबले में लगे पशुपालनकर्मी एवं फ्रंटलाइनर्स के लिए एक आपातकालीन उपचार प्रोटोकॉल बनाने का सुझाव दिया. फ्लू के पॉल्ट्री में आने की संभावना काफी कम-पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने जिला कलेक्टर नेहरा को बताया कि प्रदेश एवं जयपुर में कौवों में जिस एवियन इन्फ्ल्यूएंजा (एच5एन8स्ट्रेन) की पुष्टि हुई है वह एच5एन1 स्ट्रेन की तरह मनुष्यों एवं पॉल्ट्री के लिए घातक नहीं है. इसलिए इंसानों एवं मुर्गियों के इससे प्रभावित होने की संभावना न के बराबर है.
अभी तक प्रदेश में ऐसा कोई प्रकरण सामने नहीं आया है. कंट्रोल रूम भी स्थापित-जिला नोडल अधिकारी डॉ. विकास शर्मा ने बताया कि बर्ड फ्लू को देखते हुए पशुपालन विभाग में सभी ब्लॉक स्तर पर रैपिड रेस्पांस टीम का गठन कर लिया गया है. इसके अलावा 24 घंटे का कन्ट्रोल रूम (0141-237461) स्थापित किया गया है. साथ ही जिले के सभी सभी पॉल्ट्री फार्म एवं जन निकाय का एक व्हाट्सअप ग्रुप भी बना दिया गया है.
ये अधिकारी रहे मौजूद...
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर उत्तर बीरबल सिंह, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. प्रवीण कुमार सैन, उप निदेशक पदमचंद कानखेडिया, वन विभाग के जिला वन अधिकारी वीर सिंह ओला एवं उपकार बोरमा, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. इंदु गुप्ता, पशुपालन विभाग से डॉ. राजेश साहनी, उपायुक्त नगर निगम हैरिटेज हर्षित वर्मा उपस्थित थे.