जयपुर. कोरोना संक्रमण के तेजी से प्रसार पर राज्य मंत्रिपरिषद् की बैठक में चिंता जताई गई. बैठक में कोविड प्रोटोकॉल की प्रभावी पालना पर दिया जोर देते हुए आंशिक पाबंदियां लगाए जाने का सुझाव दिया गया. इसके साथ राज्य मंत्रिपरिषद के सदस्यों ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइन की पालना सख्ती से हो, तब संक्रमण पर लगाम लगेगी.
मुख्यमंत्री आशोक गहलोत की अध्यक्षता में बुधवार को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में कोरोना के तेजी बढ़ते संक्रमण पर चिंता जताई गई. इसके साथ ही संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाने पर चर्चा की गई. राज्य मंत्रिपरिषद ने पिछले दिनों में संक्रमण की बढ़ती दर को देखते हुए कोविड अप्रोप्रिएट बिहेवियर की सख्ती से पालना कराने (Gehlot Cabinet suggests to strictly follow the new guideline) और विभिन्न गतिविधियों पर आंशिक पाबंदियां लगाए जाने के संबंध में सुझाव दिए.
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बैठक में निर्णय किया गया कि राज्य मंत्रिपरिषद् के सदस्य अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में कोविड की स्थिति पर लगातार नजर रखेंगे और जनप्रतिनिधियों के साथ अन्य माध्यमों से मिले फीडबैक के आधार पर कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने की दिशा में सकारात्मक प्रयास करेंगे. सभी सदस्य आमजन को जागरूक करने के लिए भी जनभागीदारी के साथ समुचित प्रयास करेंगे.
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बैठक में बताया गया कि विश्व के कई देशों में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन से संक्रमण की दर तेजी से बढ़ रही है, जो चिंता का विषय है. इस वायरस की प्रकृति को लेकर विशेषज्ञ लगतार चेतावनी दे रहे हैं. इससे संक्रमित व्यक्ति एक साथ 20 से 25 व्यक्तियों को संक्रमित कर सकता है. ऐसे में, सभी को मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर को लेकर किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए.
राज्य मंत्रिपरिषद् ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइन की पालना सख्ती से हो. गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, एनजीओ और आमजन के सहयोग से कोविड का बेहतरीन प्रबंधन किया था. कोरोना प्रबंधन को लेकर आगे भी संसाधनों की कोई कमी नहीं रहेगी. उन्होंने 31 जनवरी तक शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा करने, टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने और कोरोना प्रोटोकॉल की प्रभावी पालना पर जोर दिया.