जयपुर. राज्य सरकार की ओर से आयोजित होने वाले ग्रामीण ओलंपिक खेलों को लेकर सियासत शुरू हो गई है. दरअसल सरकार ने ग्रामीण ओलंपिक खेल का नाम राजीव गांधी (Rajiv Gandhi Rural Olympic Games in Rajasthan) के नाम पर रखा है, जिसके बाद इसे लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने हो गई है.
मामले को लेकर बीते दिन बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia on Rajasthan Rural Olympic Games) ने राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल को लेकर प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार और कांग्रेस पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि इस देश में सर्वाधिक राज कांग्रेस ने किया है. इस दौरान हजारों स्टेडियम, खेल पुरस्कार, विद्यालय, कॉलेज और योजनाओं के नाम नेहरू और गांधी के नाम पर रखे हैं. ऐसे में कांग्रेस को नेहरू गांधी खानदान की चापलूसी के सिवा कुछ नहीं दिखता.
मामले को लेकर प्रदेश के खेल मंत्री अशोक चांदना (Ashok Chandna retaliates on Poonia) ने पलटवार करते हुए कहा है कि सतीश पूनिया और बीजेपी को उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा. इस वजह से सतीश पूनिया का मानसिक संतुलन बिगड़ चुका है. उनको खुद की कुर्सी डगमगाती हुई नजर आने लगी है. जिसके कारण वह इस तरह के बयान दे रहे हैं.
जिनके घर शीशे के होते हैं वह दूसरे के घर पत्थर नहीं फेंकते
चांदना ने (Chandna on Rajiv Gandhi Rural Olympic Games) कहा कि राजीव गांधी के नाम पर आपत्ति ऐसे लोग कर रहे हैं, जिन्होंने जिंदा नरेंद्र मोदी के नाम पर क्रिकेट स्टेडियम बना दिया. चांदना ने सतीश पूनिया को नसीहत देते हुए कहा है कि जिनके घर शीशे के होते हैं वह दूसरों के घर पर पत्थर नहीं फेंकते.
दरअसल 26 जनवरी से प्रदेश भर में ग्रामीण खेलों के आयोजन शुरू होंगे. हाल ही में राज्य सरकार ने इन खेलों का नाम राजीव गांधी ग्रामीण खेलों के नाम पर रखा है. जिसके बाद भाजपा और कांग्रेस में बयानबाजी शुरू हो गई है.