जयपुर. मानदेय बढ़ाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से गांधीनगर इलाके में धरना दे रही आशा सहयोगियों की गिरफ्तारी के मामले ने तूल पकड़ लिया है. भले ही पुलिस ने जयपुर के गांधी नगर स्थित महिला एवं बाल विकास विभाग के दफ्तर के बाहर धरना दे रही आशाओं के टेंट उखाड़ दिए हो लेकिन अब आशाएं आरपार की लड़ाई लड़ने को तैयार है.
इसको लेकर प्रदेशभर की आशाओं ने गुरुवार को बजाजनगर थाने का घेराव किया. बजाजनगर थाने का घेराव कर बड़ी संख्या में आशा सहयोगिनियों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन (Asha sahyogini protest in Jaipur) किया. साथ ही एक तरफ रास्ते को जाम कर दिया. इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल ने समझाइश कर आशाओं को हटाने का प्रयास किया लेकिन आशाएं टस से मस नहीं हुई. आशा सहयोगिनियों की मांग है कि गिरफ्तार उनके नेताओं को रिहा किया जाए नहीं तो सभी आशा सहयोगिनिया गिरफ्तारी देंगे.
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प्रदर्शन कर रही आशा सहयोगिनी रसिया गुर्जर ने कहा कि उनके आंदोलन को लेकर सरकार कई तरह से दबाव बना रही है लेकिन आंदोलन खत्म नहीं होगा. 12 आशा सहयोगिनियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर तोड़ने का प्रयास कर रही है. ऐसे में जब तक मांगे पूरी नहीं होगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. इससे पहले आशाओं ने नेहरू पार्क में आगे की रणनीति को लेकर बैठक रखी और फिर थाने की ओर कूच किया.