जयपुर. भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी बड़ा बयान देते हुए कहा है कि सौम्या गुर्जर को न्यायिक जांच में भी क्लीन चिट मिलेगी. वहीं, उन्होंने नगर निगम सीईओ यज्ञ देव मित्र सिंह पर कार्रवाई की (BJP Demanded Action on Jaipur Municipal Corporation CEO) मांग की है. भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक तरफ जनप्रतिनिधियों के सम्मान और अधिकारों की रक्षा की बात करते हैं, वहीं दूसरी ओर नगर निगम सीईओ ने सौम्या गुर्जर के पदभार ग्रहण करने के दौरान कार्यक्रम से दूरी बनाई, जो सीधे तौर पर जनप्रतिनिधि का अनादर है.
इसलिए प्रदेश सरकार को ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार ने जानबूझकर (Arun Chaturvedi Alleged Gehlot Government) सौम्या गुर्जर न्यायिक जांच को लटकाने का काम किया, जबकि पूर्व में 6 माह के भीतर यह जांच करना तय हुआ था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा के पक्ष में अपना निर्णय दिया.
चतुर्वेदी ने कहा कि अब यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल एक माह में न्यायिक जांच पूरी करवाने के निर्देश देते हैं, लेकिन सरकार की मंशा में खोट है. चतुर्वेदी ने कहा कि जिस प्रकार से सौम्या गुर्जर को महापौर पद से निलंबित किया गया, वह राजनीतिक द्वेषपूर्ण कार्रवाई थी, जिसकी जांच होने के बाद सब कुछ साफ हो जाएगा.
पढ़ें : सौम्या गुर्जर ने फिर संभाली महापौर की कुर्सी, कहा...भगवान के घर देर है अंधेर नहीं
गौरतलब है कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने सौम्या गुर्जर निलंबन मामले में हाईकोर्ट के आदेश पर स्टे दिया था, जिसके बाद बुधवार को सौम्या गुर्जर ने (Soumya Gurjar again took charge of Jaipur greater mayor) जयपुर नगर निगम ग्रेटर महापौर पद को वापस संभाल लिया. हालांकि, इस दौरान नगर निगम सीईओ यज्ञ देव सिंह मित्र वहां नहीं आए, जिसको लेकर भी विवाद खड़ा हो गया.