जयपुर. राजस्थान इंटेलिजेंस की राज्य विशेष शाखा की ओर से शुक्रवार को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की महिला एजेंट को सामरिक महत्व की सूचनाएं भेजने के आरोप में भारतीय सेना के जवान प्रदीप कुमार को गिरफ्तार किया गया था. रविवार को उसे कोर्ट में पेश कर 2 दिन की पुलिस रिमांड (Army jawan on two days police remand) पर लिया गया है. डीजी इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा ने बताया कि प्रदीप कुमार को शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के तहत मामला दर्ज करने के बाद गिरफ्तार किया गया है और अब पुलिस रिमांड में उससे पूछताछ की जा रही है.
प्रदीप कुमार ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की महिला एजेंट को सैन्य गतिविधियों से जुड़ी किस तरह की सूचनाएं लीक की हैं और उसके एवज में किसी तरह की धनराशि ली गई है, इन तमाम बिंदुओं पर जांच चल रही है. इसके साथ ही राज्य विशेष शाखा ने प्रदीप कुमार के सीज किए हुए मोबाइल फोन को जांच के लिए फॉरेंसिक लेबोरेटरी भिजवाया है.
जांच में यह तथ्य आए सामने
राज्य विशेष शाखा की ओर से की गई जांच में यह तथ्य सामने आया है कि 24 वर्षीय प्रदीप कुमार 3 वर्ष पूर्व भारतीय सेना में भर्ती हुआ था और ट्रेनिंग के बाद उसका पदस्थापन गनर के पद पर हुआ था. इसके बाद प्रदीप कुमार की पोस्टिंग अति संवेदनशील रेजीमेंट जोधपुर में हुई और लगभग 7 महीने पहले प्रदीप के मोबाइल पर एक महिला का फोन आया. फोन करने वाली महिला ने अपना नाम रिया बताया और खुद को ग्वालियर, मध्य प्रदेश की रहने वाली बताते हुए वर्तमान में बेंगलुरु में मिलट्री नर्सिंग सर्विसेज में पदस्थापित होने की बात कही.
इसके बाद पाकिस्तानी महिला एजेंट में प्रदीप को हनी ट्रैप में फंसाया और उसके साथ व्हाट्सएप पर चैट, वॉइस कॉल और वीडियो कॉल करने लगी. पाकिस्तानी महिला एजेंट ने प्रदीप से दिल्ली आकर मिलने और शादी करने का झांसा देकर सेना से संबंधित गोपनीय दस्तावेजों की फोटो मांगना शुरू कर दिया. हनी ट्रैप में फंसे प्रदीप ने पाकिस्तानी महिला एजेंट को अपने कार्यालय से सेना से संबंधित गोपनीय दस्तावेज की फोटो चोरी-छिपे अपने मोबाइल से खींच कर व्हाट्सएप के जरिए भेजना शुरू कर दिया.