जयपुर. देशभर में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है. साथ ही संक्रमित मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. इस बीच कोरोना के चलते सीमा पर बड़ी सक्रियता ने दूध की मांग को दोगुना कर दिया है. जयपुर डेयरी ने कोरोना के चलते 24 घंटे काम करते हुए व सामान्य दिनों में टेट्रा पैक सरस दूध को दोगुना उत्पादन कर सेना को दूध की निर्बाध आपूर्ति रखी है.
बता दें कि जम्मू कश्मीर रीजन, नॉर्थ ईस्ट रीजन और राजस्थान सीमा पर लंबे समय से सरस टेट्रा पैक दूध की मांग सेना की ओर से निरंतर बढ़ती जा रही है. जयपुर डेयरी के प्रबंध संचालक एके गुप्ता के अनुसार, उच्च गुणवत्ता के सरस दूध की समय पर आपूर्ति को सेना की तरफ से जयपुर डेयरी की भूमिका को सराहा गया है. गुप्ता ने बताया कि सामान्य दिनों के 90 हजार मीटर प्रति माह दूध की मांग की तुलना में गत महीने 2 लाख लीटर सरस दूध सेना को आपूर्ति कराई गई है.
जम्मू कश्मीर में जुलाई महीने में 60 हजार लीटर की तुलना में सितंबर महीने के अंतर्गत 12 हजार लीटर से अधिक दूध की आपूर्ति सेना को कराई गई है. इस तरह नॉर्थ ईस्ट रीजन में जुलाई महीने के 2.5 लाख लीटर दूध की तुलना में सितंबर महीने में 5 लाख 82 हजार लीटर सरस टेट्रा पैक दूध की आपूर्ति सेना को की गई है. सेना को दूध के साथ-साथ सरस घी भी भेजा जा रहा है.
वहीं, इंडो तिब्बत सीमा पर 5.5 टन सरस घी और लेह लद्दाख सीमा पर 38 टन सरस घी भेजा जा रहा है. सेना ने जयपुर डेयरी प्रबंधक को पत्र लिखकर कहा है कि इस घड़ी में जयपुर डेयरी की ओर से किए गए कार्य काबिले तारीफ है. साथ ही उन्होंने जयपुर डेयरी प्रबंध संचालक की तरफ से सेना द्वारा की गई प्रशंसा को जयपुर डेयरी के संपूर्ण कार्मिकों को समर्पित किया है.
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जिसके बाद प्रबंधक संचालक ने कहा कि जयपुर डेयरी एक टीम की तरह इस घड़ी में सेना को सहयोग जारी रखेगी और राष्ट्र निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह करती रहेगी. इसके साथ ही सेना को जब दूध उपलब्ध करवाना है तो जयपुर डेयरी की ओर से वह भी उपलब्ध कराया जाएगा.