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ऑक्सीजन पॉलिटिक्स में कूदे अर्जुन राम मेघवाल, गहलोत सरकार के आरोपों का दिया जवाब

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Published : Apr 27, 2021, 2:31 PM IST

ऑक्सीजन की कमी को लेकर चल रही पॉलिटिक्स में अब मोदी सरकार के मंत्री भी कूद गए हैं. लगातार गहलोत सरकार द्वारा केंद्र सरकार पर ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन आवंटन मामले को लेकर लगाए जा रहे भेदभाव के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने पलटवार किया है. मेघवाल ने केंद्र द्वारा इस मसले पर राजस्थान की अब तक की गई मदद की जानकारी भी मीडिया में रखी और प्रदेश सरकार पर कई आरोप लगा डाले.

Arjunram Meghwal statement, Arjunram Meghwal press conference
ऑक्सीजन पॉलिटिक्स में कूदे अर्जुन राम मेघवाल

जयपुर. प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच ऑक्सीजन की कमी को लेकर चल रही पॉलिटिक्स में अब मोदी सरकार के मंत्री भी कूद गए हैं. लगातार गहलोत सरकार द्वारा केंद्र सरकार पर ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन आवंटन मामले को लेकर लगाए जा रहे भेदभाव के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने पलटवार किया है. मेघवाल ने केंद्र द्वारा इस मसले पर राजस्थान की अब तक की गई मदद की जानकारी भी मीडिया में रखी और प्रदेश सरकार पर कई आरोप लगा डाले.

ऑक्सीजन पॉलिटिक्स में कूदे अर्जुन राम मेघवाल

मंगलवार को इस मसले पर वर्चुअल तरीके से मीडिया से मुखातिब हुए अर्जुना मेघवाल ने कहा कि पार्टी सेवा के संकल्प के साथ काम कर रही थी, लेकिन जिस प्रकार इस पूरे मसले पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके मंत्रियों ने केंद्र सरकार पर निराधार आरोप लगाए. उसके बाद मजबूर होकर उन्हें सामने आना ही पड़ा. अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि राज्य सरकार कहती है कि केवल 80 मेट्रिक टन ही ऑक्सीजन राजस्थान को दी जा रही है, जो कि 265 मेट्रिक टन से ज्यादा ऑक्सीजन की सप्लाई हो रही है.

मेघवाल ने बताया ऑक्सीजन आवंटन का फार्मूला

केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बताया कि ऑक्सीजन आवंटन के मामले में केंद्र सरकार ने एक एंपावर्ड कमेटी बनाई है, जिसकी पहली बैठक 15 अप्रैल को हुई थी और हर राज्य को उसकी आवश्यकता और मौजूदा संसाधन के अनुरूप ही ऑक्सीजन का आवंटन हो रहा है. मेघवाल ने कहा कि राजस्थान सरकार ने 15 अप्रैल से ही ऑक्सीजन के मामले में केंद्र सरकार पर आरोप लगाना शुरू कर दिया और जनता में भ्रम फैलाना का काम किया. मेघवाल ने कहा कि इसलिए एक फार्मूला भी बनाया गया है, जिसमें पूरे देश में ऑक्सीजन की उत्पादन क्षमता और राज्यों की उत्पादन क्षमता के आधार पर इसका आवंटन होता है.

प्रदेश सरकार ने ऑक्सीजन के लिए नहीं खड़े किए इंफ्रास्ट्रक्चर

अर्जुन राम मेघवाल ने ऑक्सीजन आवंटन के लिए फार्मूले का भी जिक्र किया. साथ एक और पैरामीटर बताया, जो इस आवंटन में महत्वपूर्ण होता है. मेघवाल ने कहा कि इसमें सबसे बड़ा पैरामीटर यही भी है कि संबंधित राज्य के कितने हॉस्पिटल जिनमें ऑक्सीजन की पाइप लाइन का प्रावधान किया गया है. मेघवाल का नेहरू सरकार के मंत्री गुजरात और अन्य राज्यों की बात तो करते हैं, लेकिन गुजरात और राजस्थान में यह सबसे बड़ा फर्क है. प्रदेश सरकार में अपने राज्य के अस्पतालों में ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा नहीं किया ना अस्पतालों को ऑक्सीजन की पाइप लाइन से जोड़ने का काम किया.

पढ़ें- राजस्थान में ऑक्सीजन की खपत 31,425 सिलेंडर प्रतिदिन बढ़ी, टैंकर्स में लगाए गए GPS

प्रेस वार्ता के दौरान केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने गहलोत सरकार के मंत्रियों द्वारा बार-बार प्रदेश के सांसद और तीनों केंद्रीय मंत्रियों के फेल होने के बयानों पर भी आपत्ति जताई. मेघवाल ने कहा कि केंद्र सरकार भरपूर मदद कर रही है और मैंने उसकी जानकारी मीडिया में भी रखी है, लेकिन गहलोत सरकार और उसके मंत्री केवल जनता को गलत आंकड़े देकर भ्रमित कर रहे हैं. मेघवाल ने कहा कि राजस्थान में हर दिन किसी न किसी जिले कस्बे में कोई ना कोई बड़ी घटना होती है. चाहे वह अपराध की हो या अन्य, तो क्या उसके लिए वहां के कांग्रेस के विधायक या फिर सरकार के मंत्री फेल हो गए. इसका जवाब ही उन्हें देना चाहिए.

केंद्र ने पूर्व में किया था बजट आवंटन, लेकिन ऑक्सीजन प्लांट के नाम पर प्रदेश ने कुछ नहीं किया

अर्जुन राम मेघवाल ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि करीब 1 साल पहले प्रधानमंत्री ने हर राज्य को ऑक्सीजन प्लांट और अन्य संसाधनों के लिए फंड आवंटित किया था. राजस्थान सरकार को भी किया गया, लेकिन जहां ऑक्सीजन के प्लांट लगाए जा रहे थे. वहां अब तक प्रदेश सरकार ने काम नहीं किया, लेकिन अपनी कमियों का ठीकरा केंद्र सरकार का काम कर रहे हैं. मेघवाल ने कहा कि राज्य सरकार अगर गंभीर होती तो आज 1600 ऑक्सीजन सिलेंडर प्रतिदिन उत्पादित किए किए जा सकते थे.

ऑक्सीजन मिल सकती है, लेकिन प्रदेश सरकार के पास सिलेंडर भी नहीं

वहीं मेघवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार के अधिकारी कहते हैं कि टैंकर की भी समस्या है. हम अन्य प्लांट से और ऑक्सीजन राजस्थान को दिलवाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन राजस्थान सरकार के पास टैंकर ही नहीं थे. फिर भी केंद्र सरकार ने 4 टैंकरों की व्यवस्था सोमवार को राजस्थान सरकार के लिए की है. अब आप समझ सकते हैं कि राज्य सरकार अपने खुद के जो काम करने के हैं. वह भी नहीं कर पा रही और बस राजनीति कर रही है. मेघवाल ने कहा हमारी केंद्र सरकार सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के नारे के साथ चल रही है, उस कोरोना काल में हम सबकी पूरी मदद कर रहे हैं.

15 अप्रैल से 24 अप्रैल तक ऑक्सीजन सप्लाई किए दिए आंकड़े

मेघवाल ने पत्रकार वार्ता के दौरान राज्य सरकार द्वारा केंद्र से मिलने वाले ऑक्सीजन आवंटन के आंकड़ों को भ्रामक बताया और 15 अप्रैल से लेकर 24 अप्रैल तक राजस्थान को केंद्र सरकार द्वारा दी गई ऑक्सीजन सप्लाई के आंकड़े भी रखें जो इस प्रकार हैं..

  • 15 अप्रैल को 169.27 मेट्रिक टन
  • 16 अप्रैल को 178.17 मेट्रिक टन
  • 17 अप्रैल को 202.8 मेट्रिक टन
  • 18 अप्रैल को 213.46 मेट्रिक टन
  • 19 अप्रैल को 233.33 मेट्रिक टन
  • 20 अप्रैल को 246.04 मेट्रिक टन
  • 21 अप्रैल को 280.7 मेट्रिक टन
  • 22 अप्रैल को 278.37 मेट्रिक टन
  • 23 अप्रैल को 303.17 मेट्रिक टन
  • 24 अप्रैल को 330.6 मेट्रिक टन ऑक्सीजन आवंटित किया गया.

वहीं अर्जुन राम मेघवाल ने रेमडेसिविर इंजेक्शन के आवंटन के भी आंकड़े मीडिया के सामने रखे. मेघवाल ने कहा कि रेमडेसिविर की चर्चा बार-बार हो रही है. मेघवाल ने कहा कि स्टेट का कोटा था 26500, जिसमें हमने ऐड किया 49500. कुल मिलाकर 67000 का कोटा हो गया. जिसके बाद तो कमी नहीं रहना चाहिए, लेकिन फिर भी यह सरकार के मंत्री बाहर वालों की कमी की बात उठाते हैं.

राजस्थान में नहीं आने दी जाएगी ऑक्सीजन की कमी

वहीं इस पूरे मसले में प्रदेश सरकार के मंत्री केंद्र सरकार को आरोपों के कटघरे में खड़ा कर रहे हैं तो केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हैं और प्रदेश सरकार द्वारा भ्रामक प्रचार की बात भी कहते हैं, लेकिन इस बीच केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने ईटीवी भारत को यह विश्वास दिलाया है कि तमाम कमी और समस्याओं के बावजूद राजस्थान में ऑक्सीजन को लेकर किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी और यहां पीड़ित मरीजों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार पूरी मदद करेगी.

जयपुर. प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच ऑक्सीजन की कमी को लेकर चल रही पॉलिटिक्स में अब मोदी सरकार के मंत्री भी कूद गए हैं. लगातार गहलोत सरकार द्वारा केंद्र सरकार पर ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन आवंटन मामले को लेकर लगाए जा रहे भेदभाव के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने पलटवार किया है. मेघवाल ने केंद्र द्वारा इस मसले पर राजस्थान की अब तक की गई मदद की जानकारी भी मीडिया में रखी और प्रदेश सरकार पर कई आरोप लगा डाले.

ऑक्सीजन पॉलिटिक्स में कूदे अर्जुन राम मेघवाल

मंगलवार को इस मसले पर वर्चुअल तरीके से मीडिया से मुखातिब हुए अर्जुना मेघवाल ने कहा कि पार्टी सेवा के संकल्प के साथ काम कर रही थी, लेकिन जिस प्रकार इस पूरे मसले पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके मंत्रियों ने केंद्र सरकार पर निराधार आरोप लगाए. उसके बाद मजबूर होकर उन्हें सामने आना ही पड़ा. अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि राज्य सरकार कहती है कि केवल 80 मेट्रिक टन ही ऑक्सीजन राजस्थान को दी जा रही है, जो कि 265 मेट्रिक टन से ज्यादा ऑक्सीजन की सप्लाई हो रही है.

मेघवाल ने बताया ऑक्सीजन आवंटन का फार्मूला

केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बताया कि ऑक्सीजन आवंटन के मामले में केंद्र सरकार ने एक एंपावर्ड कमेटी बनाई है, जिसकी पहली बैठक 15 अप्रैल को हुई थी और हर राज्य को उसकी आवश्यकता और मौजूदा संसाधन के अनुरूप ही ऑक्सीजन का आवंटन हो रहा है. मेघवाल ने कहा कि राजस्थान सरकार ने 15 अप्रैल से ही ऑक्सीजन के मामले में केंद्र सरकार पर आरोप लगाना शुरू कर दिया और जनता में भ्रम फैलाना का काम किया. मेघवाल ने कहा कि इसलिए एक फार्मूला भी बनाया गया है, जिसमें पूरे देश में ऑक्सीजन की उत्पादन क्षमता और राज्यों की उत्पादन क्षमता के आधार पर इसका आवंटन होता है.

प्रदेश सरकार ने ऑक्सीजन के लिए नहीं खड़े किए इंफ्रास्ट्रक्चर

अर्जुन राम मेघवाल ने ऑक्सीजन आवंटन के लिए फार्मूले का भी जिक्र किया. साथ एक और पैरामीटर बताया, जो इस आवंटन में महत्वपूर्ण होता है. मेघवाल ने कहा कि इसमें सबसे बड़ा पैरामीटर यही भी है कि संबंधित राज्य के कितने हॉस्पिटल जिनमें ऑक्सीजन की पाइप लाइन का प्रावधान किया गया है. मेघवाल का नेहरू सरकार के मंत्री गुजरात और अन्य राज्यों की बात तो करते हैं, लेकिन गुजरात और राजस्थान में यह सबसे बड़ा फर्क है. प्रदेश सरकार में अपने राज्य के अस्पतालों में ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा नहीं किया ना अस्पतालों को ऑक्सीजन की पाइप लाइन से जोड़ने का काम किया.

पढ़ें- राजस्थान में ऑक्सीजन की खपत 31,425 सिलेंडर प्रतिदिन बढ़ी, टैंकर्स में लगाए गए GPS

प्रेस वार्ता के दौरान केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने गहलोत सरकार के मंत्रियों द्वारा बार-बार प्रदेश के सांसद और तीनों केंद्रीय मंत्रियों के फेल होने के बयानों पर भी आपत्ति जताई. मेघवाल ने कहा कि केंद्र सरकार भरपूर मदद कर रही है और मैंने उसकी जानकारी मीडिया में भी रखी है, लेकिन गहलोत सरकार और उसके मंत्री केवल जनता को गलत आंकड़े देकर भ्रमित कर रहे हैं. मेघवाल ने कहा कि राजस्थान में हर दिन किसी न किसी जिले कस्बे में कोई ना कोई बड़ी घटना होती है. चाहे वह अपराध की हो या अन्य, तो क्या उसके लिए वहां के कांग्रेस के विधायक या फिर सरकार के मंत्री फेल हो गए. इसका जवाब ही उन्हें देना चाहिए.

केंद्र ने पूर्व में किया था बजट आवंटन, लेकिन ऑक्सीजन प्लांट के नाम पर प्रदेश ने कुछ नहीं किया

अर्जुन राम मेघवाल ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि करीब 1 साल पहले प्रधानमंत्री ने हर राज्य को ऑक्सीजन प्लांट और अन्य संसाधनों के लिए फंड आवंटित किया था. राजस्थान सरकार को भी किया गया, लेकिन जहां ऑक्सीजन के प्लांट लगाए जा रहे थे. वहां अब तक प्रदेश सरकार ने काम नहीं किया, लेकिन अपनी कमियों का ठीकरा केंद्र सरकार का काम कर रहे हैं. मेघवाल ने कहा कि राज्य सरकार अगर गंभीर होती तो आज 1600 ऑक्सीजन सिलेंडर प्रतिदिन उत्पादित किए किए जा सकते थे.

ऑक्सीजन मिल सकती है, लेकिन प्रदेश सरकार के पास सिलेंडर भी नहीं

वहीं मेघवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार के अधिकारी कहते हैं कि टैंकर की भी समस्या है. हम अन्य प्लांट से और ऑक्सीजन राजस्थान को दिलवाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन राजस्थान सरकार के पास टैंकर ही नहीं थे. फिर भी केंद्र सरकार ने 4 टैंकरों की व्यवस्था सोमवार को राजस्थान सरकार के लिए की है. अब आप समझ सकते हैं कि राज्य सरकार अपने खुद के जो काम करने के हैं. वह भी नहीं कर पा रही और बस राजनीति कर रही है. मेघवाल ने कहा हमारी केंद्र सरकार सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के नारे के साथ चल रही है, उस कोरोना काल में हम सबकी पूरी मदद कर रहे हैं.

15 अप्रैल से 24 अप्रैल तक ऑक्सीजन सप्लाई किए दिए आंकड़े

मेघवाल ने पत्रकार वार्ता के दौरान राज्य सरकार द्वारा केंद्र से मिलने वाले ऑक्सीजन आवंटन के आंकड़ों को भ्रामक बताया और 15 अप्रैल से लेकर 24 अप्रैल तक राजस्थान को केंद्र सरकार द्वारा दी गई ऑक्सीजन सप्लाई के आंकड़े भी रखें जो इस प्रकार हैं..

  • 15 अप्रैल को 169.27 मेट्रिक टन
  • 16 अप्रैल को 178.17 मेट्रिक टन
  • 17 अप्रैल को 202.8 मेट्रिक टन
  • 18 अप्रैल को 213.46 मेट्रिक टन
  • 19 अप्रैल को 233.33 मेट्रिक टन
  • 20 अप्रैल को 246.04 मेट्रिक टन
  • 21 अप्रैल को 280.7 मेट्रिक टन
  • 22 अप्रैल को 278.37 मेट्रिक टन
  • 23 अप्रैल को 303.17 मेट्रिक टन
  • 24 अप्रैल को 330.6 मेट्रिक टन ऑक्सीजन आवंटित किया गया.

वहीं अर्जुन राम मेघवाल ने रेमडेसिविर इंजेक्शन के आवंटन के भी आंकड़े मीडिया के सामने रखे. मेघवाल ने कहा कि रेमडेसिविर की चर्चा बार-बार हो रही है. मेघवाल ने कहा कि स्टेट का कोटा था 26500, जिसमें हमने ऐड किया 49500. कुल मिलाकर 67000 का कोटा हो गया. जिसके बाद तो कमी नहीं रहना चाहिए, लेकिन फिर भी यह सरकार के मंत्री बाहर वालों की कमी की बात उठाते हैं.

राजस्थान में नहीं आने दी जाएगी ऑक्सीजन की कमी

वहीं इस पूरे मसले में प्रदेश सरकार के मंत्री केंद्र सरकार को आरोपों के कटघरे में खड़ा कर रहे हैं तो केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हैं और प्रदेश सरकार द्वारा भ्रामक प्रचार की बात भी कहते हैं, लेकिन इस बीच केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने ईटीवी भारत को यह विश्वास दिलाया है कि तमाम कमी और समस्याओं के बावजूद राजस्थान में ऑक्सीजन को लेकर किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी और यहां पीड़ित मरीजों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार पूरी मदद करेगी.

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