जयपुर. एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के राजस्थान में प्रदेश कार्यकारिणी के गठन (Amin Kagzi reply on Owaisi statement) की घोषणा के बाद कांग्रेस विधायक एवं राजस्थान हज कमेटी के अध्यक्ष अमीन कागजी की प्रतिक्रिया सामने आई है. निजी होटल में बुधवार को मीडिया से रूबरू होते हुए कांग्रेस विधायक अमीन कागजी ने कहा कि ओवैसी साहब की फितरत (Amin Kagzi reply on Owaisi statement) में है कि मुस्लिम वोटों का नुकसान कैसे हो. बिहार में उनके कारण ही लालू यादव के बेटे मुख्यमंत्री बनने से रह गए और इससे सबसे बड़ा नुकसान मुसलमानों को ही हुआ. आज वहां बीजेपी राज कर रही है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश, बंगाल और महाराष्ट्र में भी ओवैसी को मुंह की खानी पड़ी है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुसलमानों के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है. उनके सारे काम हुए हैं. कागजी ने अपील की कि मुसलमानों के वोटों को न बांटे और न ही लोगों को बरगलाएं.
अमीन कागजी ने कहा कि 40 से 50 साल का इतिहास देखा जाए तो प्रदेश में तीसरी पार्टी को कोई समर्थन नहीं मिला है. लीडरशीप के सवाल पर अमीन कागजी ने कहा कि हमेशा से मुसलमान नेता रहे हैं, जो कई बार जीते हैं और सरकार में मंत्री रहकर लोगों की मदद भी की है. उन्होंने ओवैसी के इस बात को पूरी तरह से नकारा कि अशोक गहलोत के राज में मुसलमानों को कोई तवज्जो नहीं दी गई. यदि मुसलमानों से भी पूछा जाए तो वो यही कहेंगे कि गहलोत सरकार के राज में उनके सारे काम हो रहे हैं. अमीन कागजी ने कहा कि प्रदेश के कुछ राजनीतिक महत्वकांक्षी लोग ओवैसी को बार-बार बुलाते हैं और उन्हें बेइज्जत करते हैं.
हज यात्रा को लेकर साझा की जानकारी : राजस्थान हज कमेटी के अध्यक्ष अमीन कागजी ने बताया कि केंद्रीय हज कमेटी के कारण इस बार हज यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. इसके अलावा हज यात्रियों को 5300 रुपए ज्यादा देने होंगे. अमीन कागजी ने जयपुर के एक निजी होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हज यात्रा को लेकर जानकारी साझा की. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के 2 साल बाद हज हो रहा है. इसलिए कई तरह की गाइडलाइन केंद्र सरकार और सऊदी सरकार की तरफ से जारी की गई है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय हज कमटी की लापरवाही की वजह से हज के दौरान हज यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
हमने मांगों को लेकर केंद्रीय हज कमेटी को कई बार पत्र भी लिखा, लेकिन किसी तरह से कोई सुनवाई नहीं हो रही है. हम लोगों को आज ही जानकारी मिली है कि हज पर जाने वाले सभी यात्रियों को 5300 रुपए और जमा करवाने पड़ेंगे. अमीन कागजी ने कहा कि रिपोर्टिंग प्वाइंट जयपुर नहीं दिया गया, इसलिए हम हेल्पलेस हैं. 12 जून से फ्लाइट शुरू हो रही है, 3 दिन पहले रिपोर्टिंग देनी होगी ताकि आरटीपीसीआर टेस्ट भी हो सके. वर्तमान में 1 हज यात्री पर करीब 3,88,000 रुपए खर्च होंगे.