जयपुर. प्रदेश में मरीजों के लिए एक बार फिर समस्या खड़ी हो सकती है क्योंकि राजस्थान एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन ने प्रदेश भर में एंबुलेंस सेवा बंद कर दी है. एंबुलेंस कर्मचारी लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन भी कर रहे थे और आज एक बार फिर एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के बीच वार्ता हुई, लेकिन वार्ता बेनतीजा रही.
मामले को लेकर राजस्थान एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि एंबुलेंस कर्मचारी लंबे समय से चिकित्सा विभाग से 20% वेतन बढ़ोतरी और 8 घंटे कार्य लागू करने की बात कह रहे हैं और इसे लेकर कई बार चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ भी वार्ता हुई थी और उन्हें आश्वासन दिया था कि जल्द से जल्द उनकी मांगे मान ली जाएगी. ऐसे में एक बार फिर से एंबुलेंस कर्मचारियों ने हड़ताल की चेतावनी दी थी जिसके बाद आज एक बार फिर स्वास्थ्य मिशन के परियोजना निदेशक अनिल पालीवाल से एंबुलेंस कर्मचारियों की वार्ता हुई लेकिन वार्ता बेनतीजा रही.
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एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन का कहना है कि चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने उनकी मांगें मानने की बात कही, लेकिन एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन ने लिखित में देने की बात कही ऐसे में चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने यूनियन से थोड़ा समय मांगा लेकिन एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन ने समय देने से इंकार कर दिया और रात 8 बजे से प्रदेश में एंबुलेंस सेवा बंद करने की घोषणा कर दी. ऐसे में 24 फरवरी को 22 गोदाम पर एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन की ओर से धरना भी दिया जाएगा.