नागौर. सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नागौर जिले के मूंडवा में जिस निर्माणाधीन अम्बुजा सीमेंट फैक्ट्री का लोकापर्ण किया, उस लोकापर्ण के विज्ञापन में कंपनी ने न तो नागौर और न ही मुंडवा का कोई नाम दिया.
सांसद ने कहा कि जो कम्पनी स्थानीय क्षेत्र के नाम तक की उपेक्षा कर रही है, वो स्थानीय लोगों को रोजगार कैसे देगी. बेनीवाल ने कहा कि एक तरफ आप देश की व्यवस्था में कॉरपोरेट घरानों के हावी होने से पड़ने वाले विपरीत प्रभाव की बात करते हो, तो दूसरी तरफ आप स्वयं जनता की भावनाओं को अनदेखा करके कॉरपोरेट के भंवर जाल में आ चुके हो.
बेनीवाल ने कहा कि पूर्ववती राज्य सरकार के कार्यकाल में जब कांग्रेस विपक्ष में थी, तब वो भी राजस्थान की विधानसभा में विपक्ष के सदस्य के रूप में ही भूमिका निर्वहन कर रहे थे. लगातार उक्त कम्पनी के विरुद्ध तथ्यों के साथ सदन में आवाज उठाई कि किस तरह अम्बुजा ने वर्षों से लैंड बैंक बनाकर, गलत तथ्यों को प्रस्तुत करके पर्यावरण अनापत्ति हासिल की और पूर्ववर्ती सरकार ने कार्यवाही करने के स्थान पर जाते-जाते इसके निर्माण करने की अवधी को और बढ़ा दिया.
पढ़ें-पंचायत चुनाव: बेनीवाल की RLP बिगाड़ेगी जोधपुर में भाजपा और कांग्रेस की गणित
जब कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई तब भी कंपनी के कारनामों को रालोपा ने विधानसभा में रखा. मगर यह दुर्भाग्य है कि सीएम ने जनता के मानस को अनदेखा करके एक निजी कंपनी की उस फैक्ट्री का उदघाटन किया जिसने पर्यावरण, क्षेत्र की जनता और किसानों के हितों से खिलवाड़ किया है. इससे जाहिर है कि दोनों दलों की सरकारों में भारी भ्रष्टाचार हुआ. तभी तथ्यों की अनदेखी की गई.
सांसद ने आरोपो को दोहराते हुए लिखा कि अम्बुजा सीमेंट कम्पनी ने निर्माण इकाई की स्थिति, मूंडवा से शहर की दूरी गलत दर्शा कर, जल की उपलब्धता, जैव विविधता, लैंड यूज एंड लैंड कवर तथा कृषि पर होने वाले हानिकारक प्रभावों के आंकलन में विसंगतियां पाई जाने के बावजूद पर्यावरण अनापत्ति हासिल कर ली.