जयपुर. अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की ओर से 8 जनवरी 2020 को ग्रामीण भारत बंद करने का निर्णय लिया गया है. इस दौरान समिति के अध्यक्ष ने कहा कि 29 और 30 दिसंबर को दिल्ली में एक बड़ा सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा. जिसमें 250 से अधिक किसान और आदिवासी खेत मजदूरों के संगठन से 1 हजार से अधिक नेतृत्वकारी भी शामिल होंगे.
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की किसानों के आगमी संघर्ष समस्याओं से अवगत कराने के संदर्भ में रविवार को प्रेसवार्ता आयोजित की गई. इस दौरान अखिल भारतीय किसान संघ समन्वय समिति के अध्यक्ष अरविंद सिंह ने कहा कि देशभर में 250 से अधिक किसान, आदिवासी खेतिहर मजदूर, ग्रामीण जनता के लिए संगठन कार्य कर रहा है. ऐसे में उन संगठनों के आह्वान पर 8 जनवरी 2020 को ग्रामीण भारत बंद किया जाएगा. ग्रामीण भारत बंद करने को सफल बनाने को लेकर राज्य में 20 से अधिक संगठनों की मीटिंग की गई है. जिसमें निर्णय लिया गया है कि किसान और अन्य ग्रामीण जनता की प्रमुख समस्याओं को लेकर 15 से 30 दिसंबर तक पूरे राज्य भर में संयुक्त रूप से सघन अभियान भी चलाया जाएगा.
यह भी पढ़ें. जयपुर में हेरिटेज और ग्रेटर निगम के वार्ड परिसीमन का कार्य पूरा, कुछ वार्डों में जनसंख्या से ज्यादा मतदाता
इसके साथ ही प्रशासन के जरिए देश के राष्ट्रपति के नाम भी ज्ञापन सौंपा जाएगा. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की मीटिंग में निर्णय लिया गया है कि केंद्रीय, राज्य स्तरीय और स्थानीय स्तर की प्रमुख मांगों को पर्चा पोस्टर छुपाने और छोटी बड़ी संभाल करने की कार्ययोजना का भी निर्णय लिया गया है. वहीं 29 और 30 दिसंबर को दिल्ली में एक दिवसीय भारत बंद सम्मेलन रखा गया है.
यह भी पढ़ें. 'पानीपत' पर नहीं थम रहा विवाद, पूर्व CM वसुंधरा राजे ने भी जताया विरोध, महाराज सूरजमल के चित्रण पर जताई आपत्ति
जिसमें करीब 1 हजार से अधिक नेतृत्वकारी लोग भी शामिल होंगे. साथ ही अध्यक्ष सिंह ने कहा कि देश की बिगड़ती आर्थिक स्थिति और विशेषता पर गहरी चिंता व्यक्त की जाएगी. केंद्र और राज्य सरकार की उदारीकरण नीतियों की कड़ी निंदा भी की जाएगी.