जयपुर. प्रदेश में एयरलाइंस ने लॉकडाउन के दौरान रद्द हुए विमानों की टिकट राशि लौटाने की जगह अन्य विकल्प देना शुरू कर दिया है. जिसमें टिकट बुकिंग के बाद हर सीट के लिए अलग से चार्ज वसूले जा रहे हैं. इसके लिए यात्रियों को 49 रुपये से लेकर 1 हजार 999 रुपये तक चुकाने पड़ रहे हैं. वहीं एयरलाइंस कंपनियों की यह मनमर्जी संकटकाल में राहत की बजाय आफत बनती जा रही है.
दरअसल कोरोना में वेब चेक-इन अनिवार्य हो गया है, इसके बिना अब यात्रा करना मुश्किल हो गया है. इसको लेकर एयरलाइंस कंपनियों ने भी कमाई का नया रास्ता निकालते हुए यात्रियों को जेब पर भार डालना शुरू कर दिया है.
जिसमें गो एयर, इंडिगो, स्पाइसजेट, एयर एशिया समेत अन्य एयरलाइंस आगे-पीछे विंडो साइड की सीट बुकिंग में अलग-अलग चार्ज ले रही है. वहीं सीट के विकल्प पर लॉकडाउन से पहले अगर यात्री आगे-पीछे या विंडो सीट या आपातकालीन निकास सीट मांगते थे तो उसके अलग से रुपए देने पड़ते थे.
महंगा हुआ सफर..
एयरलाइंस कंपनियों के कुछ प्रतिनिधियों की माने तो इंडिगो एयरलाइंस 150 रुपये से 1 हजार रुपये तक ले रही है. वहीं दूसरी ओर तीसरी कतार तक 400 रुपये, चौथी से दसवीं कतार तक 350 रपये, 11 से 20 तक 1 हजार 250 अतिरिक्त चार्ज ले रही है. साथ ही स्पाइसजेट एयरलाइंस में बीच की सीट के लिए अतिरिक्त चार्ज वसूला जा रहा है. इनमें सीटों के 199 रुपये से लेकर 1 हजार 299 रुपये ले रहे हैं.
वहीं विंडो या आगे-पीछे साइड की सीट के लिए 250 रुपये से लेकर 500 रुपये तक अतिरिक्त ले रहे हैं. अगर गो एयर की बात करें तो गो एयर में 49 रुपये से लेकर 700 रुपये और एयर एशिया में 150 रपये से लेकर 699 रुपये तक अतिरिक्त चार्ज लग रहे हैं.