जयपुर. राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (Rajasthan Cricket Association) की मंगलवार को वार्षिक साधारण सभा की बैठक हुई. आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत (RCA President Vaibhav Gehlot) की अध्यक्षता में लंबे समय बाद हुई एजीएम की मीटिंग (AGM meeting) की शुरुआत हंगामे के साथ हुई.
आरसीए के विभिन्न मुद्दों को लेकर हुई इस बैठक में नागौर जिला क्रिकेट एसोसिएशन (Nagaur District Cricket Association) के सचिव राजेंद्र सिंह नांदू (Rajendra Singh Nandu) गले में अपने जिला क्रिकेट संघ की एक तख्ती लटकाए नजर आए. यह चर्चा का विषय रहा. आरसीए की एजीएम में ऑबड्समैन और एथिक्स ऑफिसर की नियुक्ति को लेकर आरसीए कार्यकारिणी को अधिकार दिए गए. इस पर आगामी दिनों में कार्यकारिणी फैसला करेगी.
जबकि बजट संबंधी चर्चाएं भी की गई. बैठक में क्रिकेट कमेटी और स्टैंडिंग कमेटियों के मामले में भी चर्चा की गई. जिस पर जल्द ही कार्यकारिणी की बैठक में निर्णय होगा. आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत ने बताया कि राजस्थान को आने वाले समय में 2 अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी मिली है. 17 नवम्बर को न्यूजीलैंड के साथ टी-20 मैच होगा. तो वहीं 9 फरवरी को वेस्टइंडीज के साथ एकदिवसीय मैच का आयोजन होगा.
इन मैचों की तैयारियों को लेकर भी मीटिंग में चर्चा की गई है. साथ ही जल्द ही मैचों के सफल आयोजन को लेकर विभिन्न कमेटियां भी बनाई जाएंगी. इसके साथ ही मीटिंग में पूर्व खिलाड़ियों के पेंशन के मसले को लेकर भी कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को चर्चा के लिए निर्देश दिए हैं. जल्द ही इन पर फैसला लिया जाएगा. बैठक में नए बनने वाले स्टेडियम के जल्द ही शिलान्यास को लेकर भी चर्चा की गई.
बैठक में विवादित माने जाते रहे जिला संघ नागौर और जिला संघ श्रीगंगानगर के सचिव भी शामिल हुए. नागौर जिला संघ से राजेंद्र सिंह नांदू इस बैठक में सभी का ध्यान आकर्षित करने के लिए गले में तख्ती लटकाए पहुंचे. जिस पर उन्होंने नागौर जिला संघ का अध्यक्ष पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी को बताया. इस तख्ती को उतारने के लिए बैठक से पहले उन्हें कहा गया, लेकिन इस पर वो इनकार करते हुए नजर आए. बैठक में टीम सलेक्शन और तीन जिला संघ की बहाली के बाद भी उनके पदाधिकारियों को मीटिंग में शामिल नहीं करने और मीटिंग के मिनिट्स नहीं भेजने के आरोप आरएस नांदू द्वारा लगाए गए.
नांदू ने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले कुछ सालों से राजस्थान का क्रिकेट बिल्कुल पीछे चला गया है. लोकपाल की ओर से हमारे जिला संघों को बहाल कर दिया गया है. बावजूद इसके पिछले दिनों हुई सीनियर क्रिकेट प्रतियोगिता में नागौर जिले की जिला क्रिकेट संघ द्वारा सेलेक्ट की गई टीम को खेलने नहीं किया गया. आरसीए द्वारा नियुक्त लोगों द्वारा अपनी मनमर्जी से खिलाड़ियों का सलेक्शन किया और उनको प्रतियोगिता खेलने के लिए भेज दिया गया. इसके साथ ही पूरे राजस्थान क्रिकेट संघ में मेवाड़वाद चलाया जा रहा है. आरसीए सचिव फ़ोन तक नहीं उठाते हैं. जल्द ही आरसीए अध्यक्ष से टाइम लेकर मुलाकात की जाएगी.
नागौर जिला क्रिकेट संघ सचिव आरएस नान्दू द्वारा किए गए हंगामे के बाद वैभव गहलोत ने कहा कि राजस्थान की क्रिकेट को आगे बढ़ाने के लिए सभी को साथ लेकर चला जा रहा है. ऐसे किसी भी विवाद की बात नहीं है. इन जिला संघों द्वारा अदालत के आदेशों की पालना नहीं की जा रही है. हर जिले से निष्पक्ष टीमों का चयन किया गया था. सब से बैठकर फिर से बात की जाएगी और क्रिकेट को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा.