जयपुर. आरएएस एसोसिएशन ने आरएएस अफसर भागचंद बधाल (RAS Association opened a front against ACB action) को बिना किसी जांच के हिरासत में लिए जाने पर नाराजगी जताई है. आरएएस एसोसिएशन की नाराजगी है कि जिस आरएएस अफसर भागचंद बधाल को एसीबी ने हिरासत में लिया. उनके खिलाफ किसी तरह का कोई सबूत या उनके नाम की सीधी शिकायत नहीं है. लेकिन बावजूद इसके एसीबी ने बिना नियमों की पालना किए उन्हें हिरासत में ले लिया. इस तरह की कार्रवाई एसीबी की तरफ से दोबारा नहीं हो इसको लेकर भी (complained to the Chief Secretary ) मुख्य सचिव से मांग की गई है.
एसोसिएशन के अधिकारियों ने मुख्य सचिव से मुलाकात के बाद गृह विभाग के एसीएस अभय कुमार से मिलने के लिए भी उनके दफ्तर पहुंचे. हालांकि अभय कुमार किसी मीटिंग में होने की वजह से मुलाकात नहीं हो पाई. आरएएस एसोसिएशन इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय (RAS Association expressed displeasure over ACB action) भी अपनी शिकायत लेकर पहुंचे .
यह है मामलाः बता दें कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने मंगलवार को राष्ट्रीय पोषण अभियान में में डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर लगाने के नाम पर 2 कार्मिकों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. एसीबी ने जब इस मामले में आरोपी से पूछताछ की तो उन्होंने उच्चाधिकारियों का नाम लिया, इसके बाद एसीबी पूछताछ के लिए आरएएस भागचंद बधाल को लेकर गई.
एसीबी का यह कहना हैः एसीबी से जब इस मामले पर बात की तो उन्होंने कहा कि मामले में जांच के लिए आईसीडीएस के एडिशनल डायरेक्टर भागचन्द बधाल को पूछताछ के लिए बुधवार शाम को लेकर आए थे. पूछताछ के बाद बधाल को छोड़ दिया है . भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के डीजी बीएल सोनी ने कहा कि अगर इस कार्रवाई से आरएएस एसोसिएशन को बुरा लगा है तो हम इस पर खेद व्यक्त कर सकते हैं. लेकिन बधाल को पूछताछ के लिए सिर्फ इसलिए बुलाया गया था क्योंकि इस मामले में दो आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. मामले की जांच के लिए बघाल से पूछताछ की गई , बाद में उन्हें छोड़ दिया गया.