जयपुर. पति की मौत के बाद अपने भी साथ छोड़ गए जिस कारण आज एक महिला अपने अधिकारों के लिए दर-दर की ठोंकरे खाने के लिए भटक रही है. पुलिस भी उनकी मदद नहीं कर रही है ऐसे में महिला ने सीएम से न्याय की गुहार लगाई है. कोरोना काल में समाजसेवी अशफाक टायरवाला की मौत के बाद अब उनकी पत्नी दर-दर भटक रही है.
समाजसेवी की पत्नी हनीफा ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि उनके पति की मौत के बाद से उन्हें परेशान किया जा रहा है. हनीफा ने आरोप लगाया कि उनकी दूसरी पत्नी का बेटा और रिश्तेदार उन्हें जायदाद से बेदखल करना चाहते हैं और उन्हें लगातार टॉर्चर भी कर रहे हैं. हनीफा ने कहा कि वे अपने पति के साथ 23 साल से रह रही थी और उनके तीन बच्चे भी हैं. दो बार एफआईआर दर्ज कराने के बाद भी पुलिस कोई मदद नहीं कर रही.
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दरअसल अशफाक टायरवाला ने दो शादियां की थीं. उनकी पत्नी का आरोप है कि पुलिस उनकी दूसरी पत्नी का खुलकर साथ दे रही है तो हनीफा के निकाह नामा और दूसरे कागज़ों को लेकर सवाल खड़े कर रही है. हनीफा और उनके देवरों के खिलाफ दर्ज ट्रांसपोर्ट नगर थाने में एफआईआर पर शुरुआत में एफआर लगा दी गई थी, लेकिन बाद में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की दखलंदाजी के बाद मामले को वापस खोलकर पुलिस उन पर राजीनामे के लिए दबाव बना रही है.
राजीनामा नहीं करने पर उनके देवर आजम को झूठे मुकदमे में फंसा दिया गया. बाद में आमेर थाना पुलिस उनकी सम्पत्ति पर कब्ज़ा करने पहुंच गई और अब सामने वाले पक्ष की एफआईआर पर पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई कर राजीनामे कराने का दबाव बना रही है. हनीफा ने सीएम से गुहार लगाई कि उन्हें इंसाफ दिया जाए नहीं तो वह अपने तीन बच्चों के साथ आत्महत्या कर लेगी.