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कोरोना संकट में आत्महत्या जैसे कदम उठा रहे राजस्थान के पुलिसकर्मी, ADG ट्रेनिंग ने दिए तनाव कम करने के 11 टिप्स - राजस्थान एडीजी ट्रेनिंग

प्रदेश में लगातार बढ़ रहे पुलिसकर्मियों की आत्महत्या के मामले को लेकर एडीजी ट्रेनिंग ने 11 बिंदुओं का एक सुझाव पत्र जारी किया है, जिसमें पुलिस कर्मियों की काउंसलिंग, प्रत्येक जिले में काउंसलिंग शिविर लगाने, पुलिस कर्मियों को अपने परिवार के साथ रहने के लिए प्रेरित करने, अवकाश स्वीकृत करने आदि के सुझाव दिए गए हैं. पढ़ें एडीजी ट्रेनिंग के सभी सुझावों के पूरे बिन्दू

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पुलिसकर्मियों की आत्महत्या पर ADG ट्रेनिंग ने दिए सुझाव
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Published : Jun 4, 2020, 7:30 AM IST

Updated : Jun 4, 2020, 12:23 PM IST

जयपुर. प्रदेश में लगातार बढ़ रहे पुलिसकर्मियों द्वारा सुसाइड के प्रकरणों को देखते हुए और इन प्रकरणों पर लगाम लगाने के लिए एडीजी ट्रेनिंग द्वारा कुछ सुझाव दिए गए हैं. एडीजी ट्रेनिंग नीना सिंह ने 11 बिंदुओं का एक सुझाव पत्र जारी किया है, जिसमें पूरे प्रदेश में समय-समय पर पुलिसकर्मियों की काउंसलिंग करने और प्रत्येक जिला स्तर पर और प्रत्येक थाना स्तर पर पुलिस कर्मियों के लिए काउंसलिंग शिविर लगाने का सुझाव दिया गया है.

यह भी पढ़ें- अलवर: बिजली चोरी की सूचना पर पहुंची विद्युत विभाग की टीम पर हमला

साथ ही पुलिसकर्मियों को अवकाश प्रेषित करने और अपने परिवार के साथ समय बिताने के लिए प्रेरित करने के सुझाव दिए गए हैं. उन्होंने पुलिस कर्मियों की काउंसलिंग, प्रत्येक जिले में काउंसलिंग शिविर लगाने, पुलिस कर्मियों को अपने परिवार के साथ रहने के लिए प्रेरित करने, अवकाश स्वीकृत करने, आला अधिकारियों और छोटे कर्मचारियों के मध्य संवाद स्थापित करने समेत विभिन्न सुझाव दिए हैं.

पुलिसकर्मियों की आत्महत्या पर ADG ट्रेनिंग ने दिए सुझाव

प्रदेश में जिस तरह से पिछले 10 दिनों में तीन पुलिसकर्मियों द्वारा आत्महत्या का कदम उठाया गया है. उसे देखते हुए पुलिस मुख्यालय से सुझावों की यह सूची जारी की गई है.

एडीजी ट्रेनिंग के सुझावों की सूची

  • प्रत्येक जिले में एक-एक काउंसलिंग सेंटर प्रारंभ किया जाए, जिसका प्रभारी सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी को बनाया जाए. कार्यालय में एक टाइपिस्ट और एक अन्य पुलिसकर्मी सहयोगी के रूप में नियुक्त किया जाए.
  • कार्यालय के टेलीफोन नंबर का पूरे जिले में प्रचार प्रसार किया जाए.
  • प्रत्येक थाने और कार्यालय में समय-समय पर शिविर लगाकर सभी पुलिसकर्मियों की काउंसलिंग की जाए और उनमें सकारात्मक सोच और भावना का संचार किया जाए.
  • जिले में तैनात उच्चाधिकारियों द्वारा अपने अधीनस्थों से संवाद बढ़ाया जाए.
  • अधीनस्थों में वरिष्ठ के प्रति संरक्षक की भावना पैदा की जाए

यह भी पढ़ें- पारिवारिक, डिपार्टमेंटल और राजनीतिक प्रेशर पुलिसकर्मियों को कमजोर बना देता हैः पूर्व आरपीएस अधिकारी

  • ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों को फील्ड पोस्टिंग दी जाए.
  • ईमानदार अधिकारियों को संरक्षण मिले और बेईमान को सजा.
  • समय पर अवकाश स्वीकृत किया जाए.
  • पुलिसकर्मियों को अपने परिवार के साथ रहने के लिए प्रोत्साहित किया जाए.
  • छोटी समस्याओं का तत्काल निदान कर राहत दी जाए और अपनत्व की भावना पैदा की जाए.
  • स्वयं के परिवार, रिश्तेदार, नातेदार और बच्चों के भविष्य के प्रति जिम्मेदारी की भावना विकसित की जाए.

जयपुर. प्रदेश में लगातार बढ़ रहे पुलिसकर्मियों द्वारा सुसाइड के प्रकरणों को देखते हुए और इन प्रकरणों पर लगाम लगाने के लिए एडीजी ट्रेनिंग द्वारा कुछ सुझाव दिए गए हैं. एडीजी ट्रेनिंग नीना सिंह ने 11 बिंदुओं का एक सुझाव पत्र जारी किया है, जिसमें पूरे प्रदेश में समय-समय पर पुलिसकर्मियों की काउंसलिंग करने और प्रत्येक जिला स्तर पर और प्रत्येक थाना स्तर पर पुलिस कर्मियों के लिए काउंसलिंग शिविर लगाने का सुझाव दिया गया है.

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साथ ही पुलिसकर्मियों को अवकाश प्रेषित करने और अपने परिवार के साथ समय बिताने के लिए प्रेरित करने के सुझाव दिए गए हैं. उन्होंने पुलिस कर्मियों की काउंसलिंग, प्रत्येक जिले में काउंसलिंग शिविर लगाने, पुलिस कर्मियों को अपने परिवार के साथ रहने के लिए प्रेरित करने, अवकाश स्वीकृत करने, आला अधिकारियों और छोटे कर्मचारियों के मध्य संवाद स्थापित करने समेत विभिन्न सुझाव दिए हैं.

पुलिसकर्मियों की आत्महत्या पर ADG ट्रेनिंग ने दिए सुझाव

प्रदेश में जिस तरह से पिछले 10 दिनों में तीन पुलिसकर्मियों द्वारा आत्महत्या का कदम उठाया गया है. उसे देखते हुए पुलिस मुख्यालय से सुझावों की यह सूची जारी की गई है.

एडीजी ट्रेनिंग के सुझावों की सूची

  • प्रत्येक जिले में एक-एक काउंसलिंग सेंटर प्रारंभ किया जाए, जिसका प्रभारी सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी को बनाया जाए. कार्यालय में एक टाइपिस्ट और एक अन्य पुलिसकर्मी सहयोगी के रूप में नियुक्त किया जाए.
  • कार्यालय के टेलीफोन नंबर का पूरे जिले में प्रचार प्रसार किया जाए.
  • प्रत्येक थाने और कार्यालय में समय-समय पर शिविर लगाकर सभी पुलिसकर्मियों की काउंसलिंग की जाए और उनमें सकारात्मक सोच और भावना का संचार किया जाए.
  • जिले में तैनात उच्चाधिकारियों द्वारा अपने अधीनस्थों से संवाद बढ़ाया जाए.
  • अधीनस्थों में वरिष्ठ के प्रति संरक्षक की भावना पैदा की जाए

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  • ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों को फील्ड पोस्टिंग दी जाए.
  • ईमानदार अधिकारियों को संरक्षण मिले और बेईमान को सजा.
  • समय पर अवकाश स्वीकृत किया जाए.
  • पुलिसकर्मियों को अपने परिवार के साथ रहने के लिए प्रोत्साहित किया जाए.
  • छोटी समस्याओं का तत्काल निदान कर राहत दी जाए और अपनत्व की भावना पैदा की जाए.
  • स्वयं के परिवार, रिश्तेदार, नातेदार और बच्चों के भविष्य के प्रति जिम्मेदारी की भावना विकसित की जाए.
Last Updated : Jun 4, 2020, 12:23 PM IST
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