जयपुर. राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा थाना क्षेत्र में 7 अक्टूबर को हुई दलित युवक की हत्या के प्रकरण में पुलिस मुख्यालय के सुपर विजन में उच्च स्तरीय जांच की जा रही है. एडीजी क्राइम डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. प्रकरण में गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ जल्द ही ठोस सबूतों के साथ कोर्ट में चालान पेश करने की कवायद जोरों पर चल रही है.
हालांकि प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पीलीबंगा थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं 1 बाल अपचारी को निरुद्ध भी किया गया है. इस पूरे प्रकरण में और किन-किन लोगों की संलिप्तता है, इसकी भी जांच कर अन्य बदमाशों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है.
गंगानगर के सूरतगढ़ में प्रेमिका से मिलने पहुंचा था युवक
एडीजी क्राइम डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि 30 वर्षीय जगदीश का 4 वर्षों से एक महिला से प्रेम प्रसंग चल रहा था. महिला गंगानगर जिले के सूरजगढ़ थाना इलाके में किराए के एक मकान में रहती है. उससे मिलने के लिए जगदीश सूरतगढ़ पहुंचा था. जगदीश के सूरतगढ़ पहुंचने की सूचना महिला के परिजनों को मिल गई तो वह भी सूरतगढ़ पहुंच गए और जगदीश को महिला के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया. इसके बाद महिला के परिजनों ने जगदीश के साथ सूरतगढ़ में जमकर मारपीट की जिसका वीडियो भी बनाया गया.
जगदीश को सूरतगढ़ से अगवा कर हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा थाना क्षेत्र में लाकर पीटने के बाद घायल अवस्था में उससे घर के पास फेंक दिया गया. मारपीट के दौरान लगी गंभीर चोटों के चलते जगदीश की मौत हो गई. दलित युवक की मृत्यु के बाद पुलिस ने तुरंत हत्या, अपहरण और एससी/एसटी एक्ट की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और जांच शुरू की.