ETV Bharat / city

जयपुर : अवैध कॉलोनी बसाने और जेडीए की जमीन पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई - rajasthan news

जयपुर विकास प्राधिकरण की विजिलेंस टीम ने शुक्रवार को जोन 10 और जोन 2 में कार्रवाई की. जहां एक तरफ जोन 10 में अवैध कॉलोनी बसाने के प्रयास को विफल किया गया, वहीं जोन 2 में जेडीए की जमीन पर किए जा रहे अवैध निर्माण को हटाया गया.

illegal colony settlement in Jaipur, जयपुर में अवैध कालोनी के खिलाफ कार्रवाई
author img

By

Published : Aug 9, 2019, 8:05 PM IST

जयपुर. जेडीए का 'पीला पंजा' शुक्रवार को जोन 10 और जोन 2 में पड़ा. जहां विजिलेंस टीम की प्रमुख प्रीति जैन के निर्देश पर प्रवर्तन दस्ते ने सामूहिक अभियान के तहत सांगानेर के ग्राम लूणियावास में लगभग 34 बीघा भूमि पर अवैध कॉलोनी बसाने के लिए बनाई गई 15 बाउंड्री वॉल और ग्रेवल रोड को जेसीबी की मदद से ध्वस्त किया.

जयपुर में अतिक्रमण के खिलाफ जेडीए की कार्रवाई

वहीं, जोन 2 में आमेर के ग्राम बढ़ारना में जेडीए स्वामित्व की लगभग 400 वर्ग गज चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर बनाए गए दो कमरों को जेसीबी से हटाया गया. कार्रवाई को लेकर प्रीति जैन ने बताया कि अलग-अलग जोन से 2 शिकायतें मिली थी. जोन 10 में अवैध कॉलोनी की बसावट की शिकायत थी, जहां रोड बाउंड्री वॉल और अन्य अवैध निर्माण ध्वस्त किया गया.

पढ़ें: 'बापू' आज होते तो अनुच्छेद 370 को हटाने का प्रस्ताव रिजेक्ट कर दिया होता : तुषार गांधी

यहां बिना जेडीए की स्वीकृति के कॉलोनी बसाई जा रही थी. वहीं जोन 2 में जेडीए की जमीन पर दो प्लॉट पर निर्माण कार्य चल रहा था. उसको हटाने की कार्रवाई की गई है. उन्होंने बताया कि पूर्व में इन पर कार्रवाई की जा चुकी थी, जिस पर दोबारा निर्माण की शिकायत मिली थी. बता दें कि जेडीए प्रशासन की ओर से इस संबंध में पहले नोटिस भी जारी किया गया था और कार्रवाई की जा चुकी है. बावजूद इसके, दोनों जगह अवैध निर्माण किया जा रहा था.

जयपुर. जेडीए का 'पीला पंजा' शुक्रवार को जोन 10 और जोन 2 में पड़ा. जहां विजिलेंस टीम की प्रमुख प्रीति जैन के निर्देश पर प्रवर्तन दस्ते ने सामूहिक अभियान के तहत सांगानेर के ग्राम लूणियावास में लगभग 34 बीघा भूमि पर अवैध कॉलोनी बसाने के लिए बनाई गई 15 बाउंड्री वॉल और ग्रेवल रोड को जेसीबी की मदद से ध्वस्त किया.

जयपुर में अतिक्रमण के खिलाफ जेडीए की कार्रवाई

वहीं, जोन 2 में आमेर के ग्राम बढ़ारना में जेडीए स्वामित्व की लगभग 400 वर्ग गज चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर बनाए गए दो कमरों को जेसीबी से हटाया गया. कार्रवाई को लेकर प्रीति जैन ने बताया कि अलग-अलग जोन से 2 शिकायतें मिली थी. जोन 10 में अवैध कॉलोनी की बसावट की शिकायत थी, जहां रोड बाउंड्री वॉल और अन्य अवैध निर्माण ध्वस्त किया गया.

पढ़ें: 'बापू' आज होते तो अनुच्छेद 370 को हटाने का प्रस्ताव रिजेक्ट कर दिया होता : तुषार गांधी

यहां बिना जेडीए की स्वीकृति के कॉलोनी बसाई जा रही थी. वहीं जोन 2 में जेडीए की जमीन पर दो प्लॉट पर निर्माण कार्य चल रहा था. उसको हटाने की कार्रवाई की गई है. उन्होंने बताया कि पूर्व में इन पर कार्रवाई की जा चुकी थी, जिस पर दोबारा निर्माण की शिकायत मिली थी. बता दें कि जेडीए प्रशासन की ओर से इस संबंध में पहले नोटिस भी जारी किया गया था और कार्रवाई की जा चुकी है. बावजूद इसके, दोनों जगह अवैध निर्माण किया जा रहा था.

Intro:जयपुर विकास प्राधिकरण की विजिलेंस टीम ने आज जोन 10 और जोन 2 में कार्रवाई की। जहां एक तरफ जोन 10 में अवैध कॉलोनी बसाने के प्रयास को विफल किया गया। वहीं जोन 2 में जेडीए की जमीन पर किए जा रहे अवैध निर्माण को हटाया गया।


Body:जेडीए का पीला पंजा आज जोन 10 और जोन 2 में पड़ा। विजिलेंस टीम की प्रमुख प्रीति जैन के निर्देश पर प्रवर्तन दस्ते ने सामूहिक अभियान के तहत सांगानेर के ग्राम लूणियावास में लगभग 34 बीघा भूमि पर अवैध कॉलोनी बसाने के लिए बनाई गई, 15 बाउंड्री वॉल और ग्रेवल रोड को जेसीबी की मदद से ध्वस्त किया। वहीं जोन 2 में आमेर के ग्राम बढ़ारना में जेडीए स्वामित्व की लगभग 400 वर्ग गज चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर बनाए गए, दो कमरों को जेसीबी से हटाया गया। कार्रवाई को लेकर प्रीति जैन ने बताया कि अलग-अलग जोन से 2 शिकायतें मिली थी। जोन 10 में अवैध कॉलोनी की बसावट की शिकायत थी, जहां रोड बाउंड्री वॉल और अन्य अवैध निर्माण ध्वस्त किया गया। यहां बिना जेडीए की स्वीकृति के कॉलोनी बसाई जा रही थी। वहीं जोन 2 में जेडीए की जमीन पर दो प्लॉट पर निर्माण कार्य चल रहा था। उसको हटाने की कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि पूर्व में इन पर कार्रवाई की जा चुकी थी, जिस पर दोबारा निर्माण की शिकायत मिली थी।
बाईट - प्रीति जैन, जेडीए विजिलेंस


Conclusion:आपको बता दें कि जेडीए प्रशासन की ओर से इस संबंध में पहले नोटिस भी जारी किया गया था, और कार्रवाई की जा चुकी है। बावजूद इसके दोनों जगह अवैध निर्माण किया जा रहा था।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.