जयपुर. राजधानी जयपुर के प्रतापनगर थाना इलाके में एजेंट से 10 लाख रुपये लूट मामले में गिरफ्तार 6 बदमाशों से पुलिस लगातार पूछताछ में जुटी है. जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. पुलिस फरार चल रहे गैंग के दो अन्य बदमाशों की तलाश में भी जुटी है. डीसीपी ईस्ट अभिजीत सिंह ने बताया कि लूट की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश नशे के आदी हैं और स्मैक का नशा किया करते हैं.
वहीं, कोरोना काल में रोजगार छिन जाने के चलते रुपयों की आवश्यकता होने पर सब ने मिलकर एक गैंग बनाई और लूट की इस वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग की. पुलिस के हत्थे चढ़ी गैंग के बदमाशों में शामिल आरोपी गणेश ने मकान बनाने के लिए कर्जा लिया था. जिसे चुकाने के लिए उसने गैंग के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर लूट की इस वारदात को अंजाम दिया. गैंग में शामिल चार आरोपियों का पूर्व में कोई भी आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है. रोजगार छिन जाने के चलते ही आरोपियों ने अपराध की राह पर कदम रखा और पहले ही बारी में पुलिस के हत्थे चढ़ गए. बता दें कि 11 जनवरी को डेयरी से कलेक्शन लेने आए एजेंट राजेश कुमार सैनी पर जानलेवा हमला कर 10 लाख रुपए से भरा हुआ बैग लूटकर ले जाने वाली गैंग के 6 बदमाशों से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.
वारदात को अंजाम देने के बाद होटल में की पार्टी..
प्रकरण में गिरफ्तार किए गए रजत सिंगल, प्रवीण, ललित मिश्रा, कमल टिंकर, भरत और समीर खान से पुलिस पूछताछ कर रही है. जिसमें खुलासा हुआ है कि लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश प्रताप नगर स्थित एक होटल में जाकर रुके. जहां पर बदमाशों ने देर रात तक जमकर शराब पार्टी और अय्याशी की. इसके साथ ही लूटी गई राशि का बंटवारा भी होटल में ही किया गया. गैंग में शामिल रजत सिंगल, साहिल और गणेश ने लूटी गई राशि में से 1.35 लाख रुपए लिए, तो वहीं अन्य सदस्यों ने इसे 1.25 लाख रुपए बांटे गए.
इसके साथ ही गैंग में शामिल डेयरी बूथ संचालक के बेटे भरत टेकवानी ने लूट से पहले यह शर्त भी रखी थी कि लूटी गई राशि में से उसे उसका हिस्सा देने के अलावा जो रकम उसके डेयरी बूथ से एजेंट ने कलेक्ट की थी, वह भी लौटानी पड़ेगी. जिस पर लूटी गई रकम का बंटवारा होने के बाद भरत को गैंग के सदस्यों ने मिलकर वह राशि भी लौटाई, जो उसकी डेयरी बूथ से एजेंट ने कलेक्ट की गई थी.