जयपुर. प्रदेश में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले और लोगों के जायज काम को करने के लिए उनसे रिश्वत की मांग करने वाले भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ राजस्थान एसीबी (ACB Action against Corruption) का हल्ला बोल जारी है. वर्ष 2022 के शुरुआती 100 दिनों में राजस्थान एसीबी ने 150 रिश्वतखोरों (150 trapped in 100 days by ACB) को सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम किया है. एसीबी की ओर से भ्रष्ट अधिकारी व कर्मचारी को गिरफ्तार करने का आंकड़ा हर साल बढ़ता जा रहा है.
राजस्थान एसीबी (ACB action in Rajasthan) हर वर्ष अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ते हुए कार्य के प्रति प्रतिबद्धता के नए कीर्तिमान स्थापित करता जा रहा है. इसमें पिछले वर्ष 2021 में राजस्थान एसीबी ने शुरुआती 100 दिनों में 102 ट्रैप और आय से अधिक संपत्ति के 2 प्रकरण दर्ज किए थे. वहीं इस वर्ष 127 ट्रैप और आय से अधिक संपत्ति के 4 प्रकरण दर्ज किए हैं. साथ ही 31 मार्च तक एसीबी को 140 प्रकरणों में सरकार से अभियोजन स्वीकृति प्राप्त हुई है.
पढ़ें. ACB Action in Pali : 13 लाख की रिश्वत लेते नेशनल हाईवे का XEN गिरफ्तार
विभिन्न विभागों में बढ़ा एसीबी कार्रवाई का दायरा
डीजी एसीबी बीएल सोनी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी मुख्यालय को लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही हैं. परिवादी बेझिझक अपनी शिकायतें लेकर पहुंच रहे हैं. यही कारण है कि ऐसे विभाग जहां पर पहले कार्रवाई नहीं होती थी. अब उन विभागों में भी ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है. पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड, ड्रग डिपार्टमेंट, फूड इंस्पेक्टर और बायोफ्यूल अथॉरिटी के वरिष्ठ अधिकारी व कर्मचारियों को भी रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है. साथ ही ऐसे अनेक डिपार्टमेंट हैं जहां पर भ्रष्टाचार फैलाने वाले लोगों पर पूर्व में किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई थी, लेकिन अब शिकायतें प्राप्त होने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है.
एसीबी की बड़ी कार्रवाई
- बायोफ्यूल अथॉरिटी के सीईओ सुरेंद्र सिंह राठौड़ को 5 लाख रुपए के रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था. 100 करोड़ रुपए की काली कमाई बरामद की गई.
- पाली में नेशनल हाइवे इंफ्रास्ट्रक्चर के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर यज्ञदत्त विदुवा को 13 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए गिरफ्तार किया गया.
- आय से अधिक संपत्ति के प्रकरण में कार्रवाई करते हुए राजस्थान वित्त निगम किशनगढ़ अजमेर के प्रबंधक कैलाश चंद बुनकर के यहां छापेमारी के दौरान 6.50 करोड़ से अधिक की काली कमाई का खुलासा हुआ.
पढ़ें. ACB Action in Sirohi: फूड इंस्पेक्टर 17 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार
रिवाल्विंग फंड से 60 केस में परिवादी को दी गई राशि
डीजी एंटी करप्शन ब्यूरो बीएल सोनी ने बताया कि राजस्थान सरकार की ओर से एसीबी को एक करोड़ रुपए का रिवाल्विंग फंड दिया गया है. इसका फायदा उन परिवादियों को हो रहा है जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है. ऐसे परिवादी अपनी शिकायत लेकर एसीबी मुख्यालय आते हैं और उनकी ओर से जो रिश्वत राशि रिश्वतखोर अधिकारी को दी जाती है, उस राशि को रिवाल्विंग फंड से उन्हें वापस लौटाया जाता है.
भ्रष्ट अधिकारी की ओर से ली गई रिश्वत राशि जब कोर्ट से रिलीज कर दी जाती है तो उस राशि को रिवाल्विंग फंड में जमा कर दिया जाता है. साथ ही सोनी ने आमजन से अपील भी की है कि वह अपनी मेहनत की कमाई को रिश्वतखोर अफसरों को न दें. उनके जायज काम के लिए कोई भी अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत की मांग करता है तो तुरंत उसकी शिकायत एसीबी को करें. एसीबी न केवल भ्रष्ट अधिकारी या कर्मचारी को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाएगी, बल्कि परिवादी का जायज काम भी पूरा करवाएगी.