जयपुर. मौसम में बदलाव के साथ ही राजस्थान विश्वविद्यालय में सियासी बयार भी बहने लगी है और राजनीतिक पारा भी लगातार चढ़ रहा है. 21 सूत्रीय मांगों को लेकर एबीवीपी ने धरना दिया और प्रदर्शन कर कुलपति सचिवालय का घेराव किया. एबीवीपी ने एनएसयूआई पर कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट का गंभीर आरोप लगाया है. वहीं, एनएसयूआई ने एबीवीपी के लिए सद्बुद्धि यज्ञ किया और एबीवीपी के आरोपों को बेबुनियाद बताया.
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दरअसल, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से राजस्थान विश्वविद्यालय में बीते 8 दिन से 21 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना दिया जा रहा है. एबीवीपी का आरोप है कि शनिवार की रात को एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं पर हमला कर दिया. इसे लेकर सोमवार को एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार से लेकर कुलपति सचिवालय पैदल मार्च निकाला और कुलपति सचिवालय का घेराव किया.
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एबीवीपी ने पुलिस पर भी सरकार के दबाव में काम करने और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है, जबकि एनएसयूआई का कहना है कि एबीवीपी विश्वविद्यालय का माहौल खराब कर रही है. इसलिए एबीवीपी की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया गया है. इसमें एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने आहुतियां दी हैं. एबीवीपी और एनएसयूआई के विरोध प्रदर्शनों के कारण सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर पर भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया गया. सुबह से दोपहर तक विश्वविद्यालय परिसर छावनी बना रहा.