जयपुर. जलदाय मंत्री महेश जोशी के बेटे रोहित जोशी पर दर्ज रेप और ब्लैकमेलिंग मामले में जारी (AAP targeted Congress in Jaipur) सियासत के बीच अब आम आदमी पार्टी भी मुखर हो गई है. इस मामले में आम आदमी पार्टी ने कहा कि कांग्रेस नेता और उनके परिजनों पर इस प्रकार के आरोप नए नहीं हैं. महिपाल मदेरणा, मलखान विश्नोई और बाबूलाल नागर आदि राजनेताओं की चली आ रही परिपाटी को ही मंत्री महेश जोशी के बेटे ने आगे बढ़ाया है.
मंगलवार को पार्टी के प्रदेश चुनाव प्रभारी विनय मिश्रा ने इस मामले में दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष से मुलाकात कर पीड़िता को न्याय दिलवाने की मांग की है. साथ ही राजस्थान के डीजीपी और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज पीड़िता को सुरक्षा देने की भी मांग की है. पार्टी ने एक बयान जारी कर दिल्ली पुलिस को भी इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाने का आग्रह किया है. मिश्रा ने इस संबंध में बीजेपी राजस्थान एम एल लाठर से पीड़िता को सुरक्षा मुहैया करवाने की मांग की. मिश्रा ने कहा कि पीड़िता को राजस्थान में जान का खतरा है.
आंदोलन करने की दी चेतावनी: मिश्रा ने कहा कि आरोपी के डर कारण ही उसने दिल्ली पुलिस में ये मामला (Rape case Filed against Mahesh Joshi Son) दर्ज कराया है. आज भी पीड़िता को कई धमकियां मिल रही हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चाहिए कि पीड़िता को सुरक्षा मुहैया कराएं और इस मामले की निष्पक्ष जांच कराकर दोषी को सलाखों के पीछे भेजें. मिश्रा ने कहा यदि इस मामले की जांच में दोषी को बचाने का प्रयास किया गया तो आम आदमी पार्टी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी.
बेनीवाल ने की मंत्री को बर्खास्त करने की मांग: जलदाय मंत्री महेश जोशी के बेटे के खिलाफ रेप का मामला दर्ज होने के बाद आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री से महेश जोशी को बर्खास्त करने की मांग की है. बेनीवाल ने कहा कि पहले जब महिपाल मदेरणा, मलखान विश्नोई और बाबूलाल नागर पर इस प्रकार के आरोप लगे तो सरकार ने तत्काल सीबीआई को जांच दे दी थी. लेकिन इस मामले में मंत्री को बर्खास्त करने में देरी क्यों की जा रही है? मंत्री को भी नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए.
सांसद हनुमान बेनीवाल ने एक बयान जारी कर कहा कि मंत्री महेश जोशी के बेटे पर जो आरोप लगे हैं वो गंभीर (Hanuman Beniwal on Mahesh Joshi son rape case) हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री को अपने मंत्री को बर्खास्त कर देना चाहिए. बेनीवाल ने ये भी कहा कि आखिर इस काम में देरी करके मुख्यमंत्री क्या संदेश देना चाहते हैं. बेनीवाल ने इस संबंध में मंगलवार को ट्वीट करके एक बयान जारी करते हुए मुख्यमंत्री से इस मामले में तत्काल एक मुकदमा राजस्थान में दर्ज करवा कर सीबीआई से जांच करवाने और पीड़िता को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है.