जयपुर. कोरोना संक्रमण काल में भारतीय वैक्सीन विदेश में भेजने के मामले में कांग्रेस तो लगातार केंद्र सरकार का विरोध कर ही रही थी, अब आम आदमी पार्टी भी इसमें जुड़ गई है. आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बुधवार को 'मोदी जी, हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश क्यों भेज दी?' पोस्टर के साथ स्वयं का फोटो लगी डीपी सोशल मीडिया पर लगाई. पार्टी का आरोप है कि मोदी सरकार कोरोना महामारी से निपटने में विफल रही है और इसकी पोल खोलने वालों के खिलाफ तानाशाह रवैया अपना रही है.
आप के प्रदेश सचिव देवेन्द्र शास्त्री ने बताया कि बुधवार को आम आदमी पार्टी का प्रत्येक पदाधिकारी और कार्यकर्ता अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर 'मोदी जी, हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश क्यों भेज दी?' पोस्टर के साथ स्वयं की फोटो लगी डीपी लगाई. यह प्रदर्शन पूरे प्रदेश में किया गया. सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने ये पोस्टर स्वयं की फोटो एवं वीडियो के साथ सोशल मीडिया पर वायरल किया. उन्होंने कहा कि यह मोदी सरकार को चेतावनी है कि वे अपना तानाशाह रवैया बंद करें.
शास्त्री ने कहा कि देश में कोरोना महामारी से निपटने में मोदी सरकार पूरी तरह विफल रही है. इस बीमारी से निपटने के लिए सरकार के पास कोई रणनीति तक नहीं है. कोरोना के मरीजों को दी जाने वाली दवाओं की देश में कालाबाजारी हो रही है. केंद्र सरकार ने दवाओं की राशनिंग कर दी है. निजी अस्पतालो और दवा कंपनियों की मनमानी के आगे सरकार नतमस्तक हो चुकी है.
सरकार की विफलता के कारण प्रधानमंत्री की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार गिर रही है. विदेश में इमेज मैनेजमेंट के लिए उन्होंने वैक्सीन विदेशों में भेज दी, जबकि देश में वैक्सीन नहीं लगने से कोरोना पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. काफी भटकने के बाद भी लोगों को वैक्सीन नहीं लग रही है.
ऐसे में देश में वैक्सीन की जरुरत को नजरंदाज कर उसे विदेश में भेजने पर जब देश की जनता सवाल उठा रही है तो उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है. प्रधानमंत्री का यह रवैया तानाशाहीपूर्ण है और आम आदमी पार्टी इसकी कड़ी निंदा करती है. यह लोकतंत्र की हत्या और संविधान का अपमान है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को इस सवाल का उत्तर देना ही होगा कि आखिर उन्होंने हमारे बच्चों की वैक्सीन को विदेश में क्यों भेजा?